आदिबद्री नाथ व केदारनाथ के महंतों ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को दिलाया ब्रज के पर्वतो की रक्षा का संकल्प
धरने के 52 वे दिन ग्रामवासियों ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को आदिबद्री व कंकाचल पर हो रहे खनन के बारे बताया,
ड़ीग (भरतपुर,राजस्थान/ पदम जैन) ब्रज के पर्वत आदिबद्री व कंकाचल को पूर्णत खनन मुक्त करने के लिए ग्राम पसोपा में जारी धरने के 52वे दिन सोमवार को स्थानीय ग्रामवासियों ने वसुंधरा राजे की धार्मिक यात्रा के दौरान आदिबद्री धाम पहुंचने पर उन्हें विगत 10 वर्षों से आदिबद्री व कंकाचल पर्वत को खनन मुक्त करवाने के संघर्ष के बारे में अवगत कराया। ग्रामीणों ने बताया कि उनके मुख्यमंत्री काल में कई बार आंदोलन करने के बाद भी इस विषय मे कोई कार्यवाही नहीं की गई थी । वहीं आदिबद्री धाम व केदारनाथ में पूजन के समय वहां महंत शिवराम दास एवं सुखदेव दास ने पूर्व मुख्यमंत्री राजे के साथ के विगत 10 वर्षों से चल रहे उक्त खनन से होरहे विनाश के बारे विस्तृत चर्चा कर उन्हें दोनों पर्वतों की सम्पूर्ण सुरक्षा का संकल्प दिलवाया ।
महंत शिवराम दास ने कहा कि ब्रज के पर्वतों पर खनन होने से न केवल हमारी धार्मिक व आध्यात्मिक धरोहर नष्ट हो रही अपितु सम्पूर्ण जनमानस के जीवन पर इसका बड़ा प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है इनका अगर तुरन्त संरक्षण नहीं किया गया तो इसके परिणाम अत्यधिक अनिष्टकारी होगें । इस मौके पर हजारों ग्रामीणों के अलावा विशेष रूप से सुल्तान सिंह, सरपंच विजय सिंह, सरपंच जलाल खान, सरपंच उदयपुरी आदि उपस्थित रहे ।
- वृन्दावन कुम्भ के सरकारी सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी पर्वतो के खनन की चर्चा
वृन्दावन कुम्भ में सांस्कृतिक मंच पर सम्पन्न हुए कार्यक्रम में भी ब्रज के पर्वतों पर हो रहे खनन की अच्छी खासी चर्चा रही । मानमंदिर के अध्यक्ष राधाकांत शास्त्री ने ब्रज के पर्वतों पर हो रहे खनन को लेकर उपस्थित विशाल जनसमुदाय से निकट भविष्य में बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहने के लिए कहा। इस पर सभी ने हाथ खड़े कर अपनी स्वीकृति प्रदान की । वहीं मानमंदिर की साध्वियो ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के माध्यम से ब्रज के पर्वतों की रक्षा का संदेश दिया । इस अवसर बड़ी संख्या में दर्शनार्थियों के अलावा कुम्भ के प्रमुख साधु संत उपस्थित थे ।