पशु (भैस) के कान में लगे हुए टैग से मिली मालिक को अपनी खोई हुई चार भैंस
आमजन समझे पशु के कान में लगे हुए टैग का महत्व , टैग नम्बर से सर्च कर पशुपालन विभाग संयुक्त निदेशक अलवर ने दिलाई भैंस मालिक को उसकी चार भैंस
रैणी (अलवर,राजस्थान) अलवर जिले की पंचायत समिति रैणी के माचाडी कस्बे के पास गाँव-आन्दवाडी में राजेश मीना को 11-01-2021 को सुबह सुबह जल्दी ही स्कूल के पास चार भैंस आवारी घूमती हुई दिखाई दी तो राजेश मीना ने चारों भैसों को अपने बाड़े में बांध ली , तो फिर देखा गया कि इनमें से एक भैंस के कान में पशुपालन विभाग का टैग लगा हुआ है तो ग्रामीण लोगों ने कान में लगें टैग के नम्बर देखें और टैग नम्बर बताये पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक अलवर डाक्टर रमेश चन्द मीना को फोन करके , डाक्टर रमेश चन्द मीना ने टैग नम्बर सर्च कराये तो यह टैग नम्बर खरखडा (बडला) राजगढ के रामकरण मीना के नाम से बोल रहे थे और उनके मोबाइल नम्बर भी रजिस्टर्ड थें तो संयुक्त निदेशक अलवर डाक्टर रमेश चन्द मीना ने रामकरण मीना से इस सम्बन्ध में जानकारी ली तो रामकरण मीना ने बताया कि सहाब जी हमारी चार भैंस 10-01-2021 को निकल गयी है और कहीं पर भी नहीं मिल रही हैं , हम कल से ही लगातार ढूंढ रहे हैं तो रमेश मीना ने राजगढ पशु चिकित्सालय के वरिष्ठ डाक्टर मोहन लाल मीना को इसकी पूरी जानकारी देते हुए , भैंस के कान में पशुपालन विभाग की तरफ से लगे टैग के सत्यापन (वैरिफाई) के आदेश दिये तो भैंस मालिक के साथ राजगढ पशु चिकित्सालय के वरिष्ठ डाक्टर मोहन लाल मीना गाँव-आन्दवाडी में आया और पशु टैग का सत्यापन करते हुए , पशु मालिक रामकरण मीना , निवासी-बडला खरखडा (राजगढ) को अपनी चारों भैंस दिलाई उपस्थित सभी लोगों ने पशुपालन विभाग के द्वारा पशुओं के लगाए गए टैग की सराहना की और सभी लोगों ने अपने अपने पशुओं के टैग लगवाने का संकल्प भी लिया
महेश चंद मीना की रिपोर्ट