पशु अस्पताल पर लगे रहते है ताल, मनमर्जी से खुलता है
रूपवास भरतपुर
रूपवास 29 जून। रूपवास कस्बा व उपखंड मुख्यालय स्थित राजकीय पशु अस्पताल पर वहां के प्रभारी प्शु चिकित्सा अधिकारी व तैनात कार्मिकों की मनमानी के चलते ताले लटके रहते है। इस अस्पताल के ताले उनकी मर्जी से ही खुलते है। यह अस्पताल अक्सर बंद रहने व देरी से खुलने के कारण अपने बीमार पशुओं के उपचार व गर्भाधान कराने के लिए आने वाले पशुपालकों को निराश होकर वापस लौटना पडता है। ऐसी स्थिती में उन्हें गांवों में घूमने वाले झोलाछाप प्शुचिकित्सकों या फिर इन्हीं पशु अस्पताल कर्मीयों को मोटी फीस चुकाकर अपने पशुओं का उपचार व गर्भाधान कराना पडता है। प्शुपालकों ने बताया कि इस अस्पताल में तैनात पशु चिकित्सक आगरा का रहने वाला है जो कभी कबार आता है। अपने अधिकारी का अनुसरण करते हुए अन्य अस्पताल कर्मी भी अपनी मर्जी से कभी कबार अस्पताल आते है।
राजीव झालानी की रिपोर्ट