ब्रज के पर्वतों पर हो रहे विशाकारी खनन के खिलाफ साधू-संतों व ग्रामीणों के धरने का तीसरा दिन
22 तारीख को की जाएगी आदिबद्री पर्वत की पूजा व परिक्रमा, स्थानीय नेता, सरपंच व हजारों हिन्दू-मुस्लिम लेंगें भाग, प्रशासन की जनता विरोधी नीति के खिलाफ होगा विशाल ट्रेक्टर रैली का आयोजन
डीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) डीग के आदिबद्री क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चल रहे विनाशकारी खनन के विरोध में ग्राम पसोपा में 16 जनवरी से प्रारम्भ हुए अनिश्चतकालीन धरने के तीसरे दिन सोमवार को ग्राम पंचायत पालका, पसोपा, ककराला, नांगल, अलीपुर ,खानपुर उदयपुरी, सबलाना के ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने तेज ठण्ड के बावजूद भारी संख्या में पसोपा में धरना स्थल पर पहुँच कर धरने का समर्थन किया व सरकार एवं प्राशासन की जन विरोधी नीति व तानाशाही रवैये के खिलाफ प्रदर्शन किया ।
सोमवार को धरना स्थल पर हुई जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक गोपी गुर्जर ने प्रशासन व राज्य सरकार पर स्थानीय ग्रामवासियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ व खनन कर्ताओं के कानून विरोधी कार्य में लिप्त होने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े आन्दोलन के पीछे गरीब व असहाय जनता की लाचारी ही मुख्य कारण रहती है, लेकिन सत्ता और पद के नशे में चूर लोग यह भूल जाते है कि यही वो जनता है जिनके कारण उन्हें सत्ता मिली है | जिस दिन ये बेबस जनता सरकार व प्रशासन के खिलाफ अपनी वास्तविक शक्ति का प्रयोग करेगी, उन सब घमंड में अंधे लोगों को नीचे झुकना ही पड़ेगा । उन्होंने कहा कि यह पक्की खबर है कि जिला प्रशासन व सरकारी तंत्र के कुछ आला अधिकारी खनन माफियों के साथ मिल कर ब्रज के धार्मिक पर्वतों पर हो रहे खनन को बंद नहीं होने देना चाहते हैं ।क्योंकि खनन माफिया द्धारा उन सबको भारी फायदा पहुचाया जा रहा है ।मानमंदिर बरसाना के अध्यक्ष राधाकांत शाष्त्री ने कहा कि आदिबद्री पर्वत हजारों वर्षों से हमारी आस्था का प्रतीक रहा है । उसको नष्ट करना हमारी गौरवपूर्ण संस्कृति को नष्ट करना ही है, जिसे अब किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जा सकता । उन्होंने बताया की आगामी 22 जनवरी को आदिबद्री देव की परिक्रमा व पूजन किया जायेगा जिसमे हजारों साधू संत, हिन्दू-मुस्लिम ब्रजवासी व स्थानीय जनप्रतिनिधि भाग लेंगें । उल्लेखनीय है कि पिछले कई महीनो से कंकाचल पर्वत से लगे गावों के सरपंच, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामवासी, लगातार जिला प्रशासन से उक्त पर्वत पर हो रहे खनन को अविलम्ब बंद करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन खनन माफिया के साथ मिल कर ब्रज के धार्मिक पर्वतों को तोड़ने व पर्यावरण को नुक्सान पहुचाने मे सहभागी बना हुआ है |
सोमवार को धरने पर सेकड़ो लोगों ने सरकार व प्रशासन कि खिलाफ प्रदर्शन किया व प्रशासन को खुली चेतावनी दी कि अगर सरकार ने अतिशीघ्र कार्यवाही करते हुए आदिबद्री पर्वत पर हो रहे खनन को नहीं रोका किया तो डीग, कामा, पहाड़ी व नगर के सारे गाँवो के लोग यहाँ इक्कठा हो कर इस आन्दोलन को उग्र रूप देंगें । मानमंदिर बरसाना के सचिव ब्रजदास ने कहा कि प्रशासन की जनता विरोधी नीति के खिलाफ इस हफ्ते के अंत में एक विशाल ट्रेक्टर रैली का आयोजन कर जन आक्रोश प्रदर्शित किया जायेगा व नगर तहसील कार्यालय को घेरा जाएगा उपस्थित सभी ग्रामवासियों व साधु संतों ने इस आदोलन को आर पार का संघर्ष बताया एवं ब्रज के धार्मिक पर्वतों पर हो रहे खनन को तुरंत बंद करने की मांग करते हुए सरकार व प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए । इस अवसर पर मुख्य रूप से पालका के पूर्व सरपंच सत्यप्रकाश, आदिबद्री मंदिर के महंतश्री शिवराम दास जी महाराज, फौजी जलाल खान, सरपंच ककराला, विजयसिंह, सरपंच पसोपा, हरिबोल दास, भूरा बाबा, विजय दास, कृष्णदास बाबा, नितिन कृष्णदास, नारायण चैतन्य बाबा, ब्रजराज दास बाबा, गौर दास बाबा, गोपाल दास बाबा, दीनदयाल, लक्ष्मण चैतन्य बाबा, ब्रजकिशोर दास चाव खां, छोटे खां गोपी गुर्जर,सुल्तान सरपंच, शिब्बो, शिवराम पहलवान,विजेंदर,मनीराम ,लाला, कल्लू, चन्नी, फौजी जलाल खां रतन ,मजीद, विजय सरपंच ,शंकर जगराम, नन्नू, कुलदीप बैंसला,महावीर, सत्य प्रकाश यादव पलका ,फत्ते सुक्का आदि लोग उपस्थित रहे ।