लक्ष्मणगढ़ कस्बे में कर्फ्यू में मिले लॉकडाउन जैसे हालात, आवश्यक वस्तु खाद्य सामग्री दूध सब्जी इत्यादि के लिए, आमजन को होना पड़ा परेशान
हिंदुओं के नवरात्रों व मुस्लिमों के रमजान के महीने में दोनों समुदायों के लोगों को खांसी रही परेशानी
अलवर जिले के लक्ष्मणगढ कस्बे में बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए राज सरकार के आदेश अनुसार शुक्रवार 5: बजे से सोमवार 6:बजे तक के लगे कर्फ्यू के आदेशानुसार लक्ष्मणगढ़ कस्बे में कर्फ्यू के दौरान हालात यह देखने को मिले कि दवा की दुकान ही मात्र खुली थी। बाकी एक भी दुकान खुली नहीं मिली। संपूर्ण कस्बे मैं लॉकडाउन जैसे हालात मिले देखने में यह लगा कि पिछले लॉकडाउन में भी इस तरह के हालात नहीं रहे जो अब कर्फ्यू मैं रहे यहां की जनता को सब्जियों के लिए खाद्य सामग्री के लिए तरस गई और तो और इन दिनों हिंदू के नवरात्रे चल रहे हैं ऐसे में आमजन व भक्त फल हार के व्रत करते हुए उन्हें फल हार व फलों के लिए खासी किल्लत रही इधर मुस्लिम समुदाय के लोगों के लिए रोजे चल रहे हैं ऐसे में दोनों हिंदू और मुस्लिम धर्मों के आस्था के यह त्योहारों पर फल फ्रूट की दुकानों पर फल फ्रूट ने मिलने को लेकर इन की दुकानें बंद होने पर भक्तों को आमजन को खांसी परेशानी रही इधर कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा कुछ दुकानदारों ने जनता की खून पसीने की कमाई पर मलाई खाई ₹420 की दी जाने वाली मामा ₹1000 में बिकी बीड़ी तंबाकू गुटखा सभी पर ब्लैक बाजारी करते हुए वहीं कर्फ्यू से 1 दिन पूर्व भी सब्जी विक्रेताओं ने सब्जियों के भाव आसमा पर चढा कर जनता की जेब काटी गई और बाजार में भारी भीड़ भरकम देखने को मिली। इधर बसों में देखी गई खासी भीड़ भाड़ अब देखना यह है अधिकारी लक्ष्मणगढ़ कस्बे में कालाबाजारी को रोक पाते हैं या नहीं।
- गिर्राज सौलंकी की विशेष रिपोर्ट