सदासुहागन का आर्शीवाद पाने के लिए महिला ओंने की तैयारियां, करवों की बिक्री बढी
बयाना (भरतपुर,राजस्थान/ राजीव झालानी) सदा सुहागन व अखंड सौभाग्यवती का पर्व करवाचौथ के पर्व को लेकर महिलाओं ने विशेष तैयारीयां की है। इधर बाजारों मंे भी करवों की दुकानें व ठेले और सुहाग की निशानीरूपी श्रृंगार की वस्तुओं की दुकानें भी सजी है। जिन पर शनिवार को भी श्रृंगार सामग्री खरीदने वाली महिलाओं की दिनभर भीडभाड बनी रही। इधर लम्बे अरसे बाद ऐसी दुकानों पर बिक्री बढने से दुकानदारों के चेहरों पर भी रौनक देखी गई। श्रृंगार सामग्री की दुकानों की भांति साडियों की दुकानों पर भी खरीददारो की चार दिनों से भीडभाड देखी जा रही है। जिनमें महिलाओं की संख्या अधिक है। कई महिलाओं ने बताया कि करवाचौथ का पर्व विवाहिता व सुहागिन महिलाओं के लिए विशेष मायने रखता है। जिसका वह पूरे साल इंतजार करती है।
रविवार को करवाचौथ के पर्व पर महिलाऐं सोलह श्रृंगार कर अपने सुहाग की रक्षा व दीर्घायु होने की कामनाओं के साथ पूरे दिन निर्जला व्रत व विशेष पूजा अर्चना करती है और देर रात्रि को आसमान में चंद्रमा का उदय होने पर उसकों जल का अर्क देकर पूजा अर्चना के पश्चात अपने पति व बुजुर्गो से अखंड सौभाग्यवती व सदासुहागन होने का आशीर्वाद प्राप्त कर भोजन ग्रहण करती है। करवा चौथ के पर्व पर बाजारों में मिट्टी के चीनी के सादा करवा अर्थात् कलश के अलावा सजावटी करवे भी मिल रहे है। इस बार बाजार में 10 रूप्ए से लेकर 50 रूप्ए तक के करवे उपलब्ध है। करवा विक्रेताओं ने बताया कि महंगाई की बढती मार का असर करवा चौथ के त्यौहार पर भी दिख रहा है। जिसके चलते बिक्री पर भी असर पडा है। इसी प्रकार श्रृंगार सामग्री विक्रेताओं ने भी यही बात बताई और कहा कि तेजी से बढती महंगाई व बेरोजगारी की मार में कुछ वर्षों से त्यौहारों की रंगत भी फीकी कर दी है। ऐसे अच्छे दिनों से तो पहले के दिन ही अच्छे थे।