पीलूपुरा में 13 वीं वरषी पर गुर्जर शहीदों को दी श्रद्धांजली
बयाना (भरतपुर, राजस्थान/ राजीव झालानी) गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान पुलिस फायरिंग में शहीद हुए गुर्जर समाज के 72 जनों की 13 वीं वरषी पर रविवार को कारबारी पीलूपुरा स्थित गुर्जर आरक्षण आंदोलन स्थल पर श्रद्धांजली सभा का संक्षिप्त आयोजन किया गया। कोरोना संक्रमण व कोविड गाइडलाइन के निर्देशों के तहत इस दिन सुबह 8 बजे गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिती के प्रदेश अध्यक्ष रहे भूरा भगत के नेतृत्व में गुर्जर समाज के युवकों व जनप्रतिनिधीयों ने वहां पहुंचकर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजली अर्पित की।
इस दौरान मास्क व सोशल डिस्टैंस एवं कोविड गाइडलाइन की पालना का खास ध्यान रखा गया और कोविड संक्रमण की परिस्थितीयों व स्वास्थ्य ठीक नही होने की वजह से इस बार वहां गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिती के संयोजक कर्नल किरोडी सिंह बैंसला नही आ सके थे। उन्होंने वर्चुअल रूप में श्रद्धांजली अर्पित करते हुए कहा कि समाज के वीर सपूतों का बलिदान व्यर्थ नही जाएगा। जब तक समाज को पूरे हक नही मिल जाऐंगे तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस दौरान भूरा भगत ने भी श्रद्धांजली अर्पित करते हुए इस शहीद स्थल के विकास व सौंदर्यकरण की आवश्यकता बताते हुए कहा कि समाज के समर्थ लोगों को इसके लिए आगे आकर काम करने व विकास की पहल करने की आवश्यकता है। गुर्जर आरक्षण आंदोलन की वरषी व श्रद्धांजली सभा को लेकर आंदोलन से जुडे लोग भी दो गुटों में बंटे नजर आए। इस सभा के कुछ घंटे बाद कुछ लोग गुर्जर आरक्षण आंदोलन में विशेष भूमिका निभा चुके हिम्मतसिंह पाडली के नेतृत्व में श्रद्धांजली अर्पित करने पहुंचे जिन्होंने वहां गुर्जर शहीदों को श्रद्धांजली अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन भी रखा। इस मौके पर हिम्मतसिंह पाडली ने कहा कि शहीदों की शहादत कभी व्यर्थ नही जाती समाज के शहीदों को हम कभी भुला नही सकेंगे और अपने हक लेकर रहेंगे। जिसके लिए समाज को आपसी भाईचारा व एकता बनाए रखने की जरूरत है। उन्होंने सरकार से भी समझौते की शीघ्र पालना कराए जाने की मांग की।