गांव शेरगढ में आयोजित दो दिवसीय राम रसिया व कीर्तन दंगल का हुआ समापन
बयाना (भरतपुर,राजस्थान/ राजीव झालानी) गांव शेरगढ में आयोजित दो दिवसीय रामरसिया कीर्तन दंगल व लोकगीत कार्यक्रम का समापन मंगलवार को विधिवत रूप से हुआ। समापन कार्यक्रम की अध्यक्षता करसई पंचायत के सरपंच बजरंगलाल ने की। कार्यक्रम में पूर्व जिला परिषद सदस्य रेवतीरमन, भूराभगत, निहालसिहं, गुमानसिहं, प्रतापसिहं, प्रीतमसिहं आदि भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन दीवानशेरगढ करते हुऐ बताया कि यह आयोजन प्रतिबर्ष ग्रामवासियो के सामूहिक सहयोग से किया जाता है। इस बार भी इस दो दिवसीय समारोह में करौली जिले सहित वैर,भुसावर,बयाना व रूदावल आदि क्षेत्रो से आऐ गायन कलाकारो के दलो ने भाग लेकर रामरसिया व लोकगीत सुनाते हुऐ दिल्ली में चल रहे किसान आन्दोलन,तेजी से बढती मंहगाई आसमान छुते पेट्रोलियम पदार्थाे व रसोई गैस और सरकार के वादो को लेकर गीतो के रूप में व्यंग कसे।
समापन कार्यक्रम में लोकगायक कलाकारो की टीमो को फूलमाला व साफे पहनाकर और स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया। इस अवसर पर अन्य लोगो का भी सम्मान किया गया। इस समारोह में विभिन्न गांवां से आऐ श्रोताओ व महिलाओ की भारी भीड उमड पडी थी। ग्रामीणो ने इस मौके पर बयाना क्षेत्र में बढते पेयजल संकट और तीन दशक से गंम्भीर नदी में पानी नही छोडे जाने से तेजी से गिर रहे भुजल स्तर और खेतो की सिंचाई में आ रही परेशानियो का बखान करते हुऐ पांचना बांध से गंम्भीर नदी में पानी छोडे जाने और चम्बल नदी के व्यर्थ वहने वाले पानी को लिफट कर पांचना बांध में छोडे जाने की मांग की। गुर्जर नेता भूराभगत व दीवानशेरगढ ने सरकार से गंम्भीर नदी में पानी छोडे जाने व चम्बल का पानी पांचना में छोडे जाने की मांग करते हुऐ आन्दोलन की चेतावनी दी।