खुद को बताता था पत्रकार निकला olx ढगी का मास्टरमाइंड अब पुलिस के हत्थे चढ़ा
मेवात क्षेत्र का एक ओएलएक्स का मास्टरमाइंड यूट्यूबर पत्रकार चढ़ा दिल्ली पुलिस के हत्थे गांव के दर्जनो युवाओं को करोड़पति बनने का सपना दिखाकर धकेल चुका है अपराध के दलदल में तथाकथित यूट्यूबर पत्रकार मिलिट्री से जुड़े अधिकारियों की फर्जी आईडी बनाकर OLX व अन्य ठगी के रास्तों से लोगों से कर रहा था ठगी दिल्ली पुलिस ने धिलावटी चौकी पुलिस की मदद से ठग को पकड़ने में की सफलता प्राप्त ,आरोपी ठग राकिब खॉन से देश के अन्य राज्यों में हुए अपराधों के खुलने की भी जताई जा रही उम्मीद
कामां/ भरतपुर / हरिओम मीना
कामां थाना क्षेत्र के लेवड़ा गांव का रहने वाला राकिब खान OLX पर आर्मी मैन बनकर लोगों को ठगता था उसने यूट्यूब चैनल भी बनाया हुआ था जिस पर वो खुद को एक पत्रकार बताता था । आरोपी ने वारदातों को अंजाम देने के लिए कई युवकों के साथ मिलकर एक ठगी का गैंग बना रखा था। इस गैंग में शामिल ठग सोशल मीडिया पर महंगी चीजों को सस्ते दामों में बेचने का विज्ञापन डालते हैं। जिस पर दिल्ली पुलिस ने भरतपुर के कामां थाना इलाके से ठगी गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार कर लिया
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी राकिब OLX पर आर्मी मैन बनकर लोगों को ठगता था। इतना ही नहीं उसने एक यूट्यूब चैनल भी बनाया हुआ था जिस पर वो खुद को एक पत्रकार बताता था वह उस वक्त पुलिस के हत्थे चढ़ा जब दिल्ली पुलिस बुधवार सुबह राकिब को ढूंढते हुए कामां पहुंची। राकिब की लोकेशन पता करके धिलावटी पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार करके दिल्ली ले जाया गया। पुलिस के मुताबिक आरोपी आर्मी मैन बनकर अब तक दर्जनों लोगों से OLX पर ठगी कर चुका है। आरोपी ने वारदातों को अंजाम देने के लिए कई युवकों के साथ मिलकर एक ठगी का गैंग बना रखा था। इस गैंग में शामिल ठग सोशल मीडिया पर महंगी चीजों को सस्ते दामों में बेचने का विज्ञापन डालते हैं। इसके बाद जब लोग सामान खरीदने में दिलचस्पी दिखाते हैं तो उन्हें आर्मी के आईकार्ड या किसी अधिकारी का फर्जी आईकार्ड दिखाकर जाल में फंसा लिया जाता हैं और सामान देने से पहले ही उनसे एडवांस के तौर पर पैसे अकांउट में डलाकर पैसे ऐंठ लिए जाते हैं।
गौरतलब है की कामां क्षेत्र में ढगी के मामले दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे है जिससे यहाँ की बृजभूमि का नाम देश में बदनाम हो रहा है पुलिस प्रशासन के द्वारा भी समय समय पर गावों में समझाईस भी की जाती रही है लेकिन यहाँ पर इसका कोई असर होता नही नजर आ रहा है