ब्रज के पर्वतों पर हो रहे खनन के विरोध में ग्रामीणों व साधू संतों ने रोका कैथवाड़ा–डीग सड़क मार्ग
आन्दोलन को व्यापक रूप देने के लिए भरी हुंकार
डीग (भरतपुर,राजस्थान) आदिबद्री क्षेत्र में बड़े पैमाने पर चल रहे विनाशकारी खनन के विरोध में ग्राम पसोपा में अनिश्चतकालीन धरने के 18वे मंगलवार को अभी तक चल रहे शांतिपूर्णन आन्दोलन की दिशा को बदलते हुए धरने पर बैठे प्रदर्शनकारियों, व आस पास के गावों के सैकडों ग्रामीणों ने साधू संतों की अगुवाई में कैथबाड़ा से डीग जाने वाली सड़क पर जमा होकर खनन का माल ले जाने वाले वाहनों को आगे नहीं जाने से रोक दिया, जिससे इस मार्ग पर ट्रकों व भारी वाहनो की लम्बी कतार लग गई ।गौरतलब है कि आंदोलनकारियों ने 2 फरवरी से ब्रज के पर्वतों पर हो रहे खनन के विरुद्ध आंदोलन को उग्र करने की बात कही थी । लगभग करीब सात घंटे तक चले इस प्रदर्शन में पसोपा, अलीपुर, कोड्ली, ककराला व नागल आदि गावो के उल सेकड़ों ग्रामवासीयों व साधू संतों मे प्रशासन के खिलाफ भारी रोष देखा गया। प्रदर्शन के दौरान सरपंच सुलतान सिंह ने कहा की धरने के 18 दिन बाद भी प्रशासन हमारे ब्रज के पर्वतों पर हो रहे भारी खनन को रोकने के लिए तैयार नहीं व इस सन्दर्भ में अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी है । प्रशासन के इस नकारात्मक रवैये से आहत होकर अब साधू संतों व ग्रामवासियों को सड़क पर आना पड़ा है एवं आज के बाद इस मार्ग से किसी भी वाहन को हमारे पर्वतों से खनन किये हुए पत्थरों को नहीं ले जाने दिया जाएगा । संघर्ष समिति के संरक्षक मंडल के सदस्य राधाकांत शाष्त्री ने कहा कि अब स्थानीय ग्रामवासियों व साधु संतों के धैर्य का बांध टूट रहा है ।आज तो एक रास्ते को रोका है परन्तु अगर ग्रामीणों की पीड़ा को समझते हुए ब्रज के जनमानस, पर्यावरण व पर्वतों की रक्षा के लिए यहाँ चल रही खनन गतिविधियों को अविलम्ब नहीं रोका गया तो इन पर्वतों से जाने वाले हर मार्ग को स्थानीय ग्रामवासियों को रोकने के लिए विवश होना पड़ेगा जिसके परिणाम कि जिम्मेदारी प्रशासन की होगी । सड़क मार्ग को रोकने से उत्पन हुई स्थिति की गंभीरता को देखते हुए डीग के तहसीलदार व थाना अधिकारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे । प्रदर्शनकारियों से लम्बी चर्चा के बाद व थाना अधिकारी द्वारा दिए आश्वासन के बाद कि कैथवाड़ा से डीग जाने वाले रास्ते से कोई भी ट्रक अथवा पत्थर से भरा वाहन नहीं जाने दिया जायेगा व जो वाहन मौके पर खड़े है उन्हें वापस लौटा दिया जाएगा, साधू संतों व ग्रामीणों ने बंद किये हुए रास्ते को खोल दिया ।इसके बाद पत्थरों से भरे ट्रकों एवं भारी वाहनों को वापस पीछे की ओर लौटा दिया गया ।ल पूर्व विधायक गोपी गुर्जर ने खनन विभाग व जिला प्रशासन पर आरोप लगाया कि अगर ब्रज के पर्वतों पर वर्षों से हो रहे अवैध खनन का कच्चा चिट्ठा खोला जायेगा तो इस गोरखधंधे में शामिल सभी अधिकारी बेनकाब हो जाएंगे । इस प्रदर्शन और सड़क मार्ग रोके जाने में सेकड़ों ग्रामीणों के आलावा मुख्य रूप से जड्खोर के महंत भूरा बाबा, गोपाल बाबा, सरपंच सुलतान सिंह, सरपंच जलाल खान, सरपंच रफीक, गिर्राज सरपंच मानमंदिर के साधुगण, मुकेश शर्मा, कुलदीप बैंसला, ब्रजकिशोर बाबा एवं संघर्ष समिति के सदस्य शामिल थे।