लक्ष्मणगढ़ में ये कैसी तहसीलदारी यही रिश्तेदारी और यही भ्रष्टाचारी, अगर नहीं तो भूमाफिया पर कार्यवाही क्यों नही
20 दिनों से लगातार निर्माण करवाने में सहभागिता निभा रहे हैं तहसीलदार लक्ष्मणगढ़, उपखंड अधिकारी व क्षेत्रीय विधायक के आदेश भी चाट रहे धूल
लक्ष्मणगढ़ (अलवर,राजस्थान/ गिर्राज प्रसाद सोलंकी) लक्ष्मणगढ़ उपखंड मुख्यालय पर स्टेट हाईवे संख्या 44 पर टेलीफोन एक्सचेंज कार्यालय के बगल में पिछले 20 दिनों से लगातार चल रहे निर्माण को लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को भू माफिया व अधिकारियों की मिलीभगत को लेकर पत्र लिखा। और शीघ्र निर्माण कार्य को रुकवा कर इनके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही निर्माण को लेकर के शिकायत पटवारी, तहसीलदार, उपखंड अधिकारी, मुद्राकण पंजीयन विभाग व जिला कलेक्टर सहित क्षेत्रीय विधायक जौहरी लाल मीणा को भी देने के पश्चात लक्ष्मणगढ़ तहसील में कार्यरत मात्र एक नायब तहसीलदार की कितनी हठधर्मिता चल रही है लगभग दर्जनों शिकायत पत्र दर्ज कराने के पश्चात भी कार्यवाही का नाम नहीं क्या कारण है जबकि हल्का पटवारी हनुमान सहायक ने पूर्व में पाबंद किए हुए हैं और 90A क कार्रवाई भी की हुई है ऐसे में क्यों आदेशों की अवहेलना की जा रही है ।भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं इधर लक्ष्मणगढ़ उपखंड अधिकारी के द्वारा भी करीब एक दर्जन शिकायत पत्रों पर कार्यवाही करने आदेशित किया गया पर कार्यरत तहसीलदार अनिल शर्मा के बिल्कुल भी कानों पर जूं नहीं रेग रही है ।उपखंड अधिकारी लाखन सिंह व राजगढ़ लक्ष्मणगढ़ विधानसभा के क्षेत्रीय विधायक जौहरी लाल मीणा के आदेश भी उनके आगे धूल चाट रहे हैं ।उनके आदेशों की अवहेलना की जा रही है आखिर यह मिलीभगत सांठगांठ रिश्तेदारी का खेल नहीं तो कौन सा खेल है । कस्बे के अंदर भूमि की बंदरबांट चल रही है बैगर किस्म परिवर्तन किये धड़ल्ले से निर्माण चल रहे हैं चाहे गोचर भूमि रही हो या फिर जल भराव क्षेत्र जल निकासी मार्ग निर्माण कार्य जारी है । पुलिस थाने के सामने ही पक्के निर्माण चल रहे हैं और वन विभाग भी आंखें मूंदकर सो रहा है आखिर यह निर्माण के लिए पत्थर आ रहे हैं तो कहां से आ रहे हैं वाह रे प्रशासन तेरे भी खेल निराले अब देखते हैं कौन है लक्ष्मणगढ़ के रखवाले। जरा सोचें यह कोई इर्द गिर्द गांव का काम नहीं यह एक उपखंड मुख्यालय पर इस तरह का खेल चल रहा हो तो ग्रामीण क्षेत्र के अंदर क्या हो रहा होगा यह तो आप आंकलन लगा ही सकते हैं चुनावी समय में नारा दिया गया था कांग्रेस पार्टी के द्वारा कि अब होगा न्याय ,न्याय नहीं यहां अन्याय हो रहा है। आने वाले बरसाती दिनों में पानी का रास्ता बंद होने से बांध नहीं भर पाएंगे जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।