आपदा की घड़ी ,राजीव गांधी मोबाइल वैन क्यों खड़ी
राजीव गांधी ग्रामीण मोबाइल वैन महज मात्र दिखावा
अलवर (राजस्थान/ गिर्राज सौलंकी) जिन गांवों में चिकित्सा की कोई व्यवस्था नहीं है उन ग्रामीण क्षेत्र में मेडिकल सुविधा मुहैया करवाने के उद्देश्य से चलाई जा रही राजीव गांधी ग्रामीण मेडिकल वाहन महज दिखावा साबित हाे रही है। वैन को संचालित करने के लिए जिस कंपनी को जिम्मा सौंपा है व सरकार से पैसा तो पूरा वसूल रही है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर औपचारिकता ही की जा रही है। इधर कस्बे के संजय बुंदेला, जैकी काठ ने बताया कि राजीव गांधी ग्रामीण मेडिकल वैन महज दिखावा साबित हो रही है।सरकार ने जयपुर की एक प्राइवेट कम्पनी को पीपी मोड़ पर नवम्बर 2017 से तीन वर्ष के लिए अनुबंधित शर्तों पर एक वाहन को राजीव गांधी ग्रामीण मेडिकल वैन के रूप में तैयार किया गया। इसमें मरीज की ब्लड प्रेशर, खून-पेशाब आदि प्रकार की जांचें करने की व्यवस्था है। यह वैन जिले की सभी पंचायत समिति क्षेत्र के गांव व ढाणी में जाकर ग्रामीणों की जांच कर आवश्यक दवाएं निशुल्क उपलब्ध करवाती है। नियमानुसार वैन में सभी सुविधाओं का होना अनिवार्य है। स्टाफ के लिए वाहन भी अलग होता है। वैन जाने वाले दिन से एक दिन पहले क्षेत्र की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा सहयोगिनियों को सूचना देनी होती है, ताकि वे गांवों में लोगों को वैन आने की सूचना दे और जो मरीज हो वो लाभ ले सके। लेकिन यह सुविधा कार्मिकों की लापरवाही से छलावा बन रही है । ऐसे में जब लक्ष्मणगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा प्रभारी ओम प्रकाश मीणा से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि इस 1 को जिला चिकित्सा अधिकारी के द्वारा ठेके पर देना बताया गया है जिसके चलते अब ठेकेदार अभी तक इसे ले नहीं जा पा रहा है जिसके चलते अब ग्रामीण क्षेत्र की जनता को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है इस वैन से ग्रामीण क्षेत्र में निशुल्क जांच दवाइयां चिकित्सा सेवाएं ग्रामीणों को लाभान्वित करती और इस मोबाइल वैन में एक चिकित्सक एक सहायक कर्मचारी व एक नर्स व तकनीकी कर्मचारी मौजूद रहेंगे और प्रत्येक माह 20 गांव में शिविर लगाकर लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं देकर ग्रामीण जनता को लाभान्वित करती और इस कोरोना फंगस महामारी में इस वैन का बड़ा सदुपयोग होता क्योंकि अलवर जिले में संक्रमण अत्यधिक फैल रहा है शहरी लोग तो अपने बड़े हॉस्पिटलों में इलाज करा लेते हैं। गरीब और ग्रामीण जनता के लिए तो यह वास्तव में एक अच्छी सोच के साथ कांग्रेस सरकार ने बना करके जनता के लिए धरातल पर उतारी थी पर आज अधिकारी और जनप्रतिनिधियों का इस ओर ध्यान नहीं अब देखना यह है कब तक यह कारगर सिद्ध हो पाती है कब तक यह चल पाती है।