पानी की प्यास बुझाने के लिए 1 किलोमीटर का सफर तय कर रही महिलाए
भरतपुर (राजस्थान/ रामचन्द सैनी) संभाग मुख्यालय भरतपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर स्थित नगला भांड गांव. यहां के महिला और पुरुष आज भी करीब 1 किलोमीटर दूर से सिर पर पीने के पानी से भरे हुए बर्तन लाते हुए नजर आ जाते हैं. गांव के पानी में अत्यधिक फ्लोराइड की मात्रा है. गांव में शुद्ध पेयजल की कोई अन्य व्यवस्था उपलब्ध नहीं है.
गांव में आरओ प्लांट बंद, पानी फ्लोराइड युक्त, दूर से लाना पड़ रहा पेयजलबीते करीब डेढ़ साल से गांव के लोगों को पेयजल के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल गांव में दो साल पहले आरओ प्लांट लगा था. छह महीने गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल मिला. लेकिन फिर प्लांट में चोरी हो गई. चोर प्लांट का ट्रांसफार्मर चुरा कर ले गए. इसकी सजा गांव वालों को मिल रही है. उस घटना के बाद कभी भी प्लांट को शुरू करने का जतन नहीं किया गया.बिजली विभाग की अनदेखी के चलते अब गांव वालों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. ग्रामीण संदीप कसाना ने बताया कि गांव में करीब डेढ़ हजार लोगों की आबादी है. गांव के पानी में अत्यधिक फ्लोराइड है. जिसके चलते यहां जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की ओर से आरओ प्लांट लगाया गया था. ताकि गांव के लोगों को शुद्ध पेयजल मिल सके. लेकिन अब ये प्लांट बंद पड़ा है.