मॉडल स्कूल में चुनाव संपन्न, देव चाष्टा बाल संसद के प्रधानमंत्री हुए निर्वाचित
जहाजपुर (आज़ाद नेब) प्रारंभिक शिक्षा विभाग के परिपत्र निर्देशानुसार स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल में बाल संसद चुनाव हुए जिसमें देव चाष्टा बाल संसद के प्रधानमंत्री निर्वाचित घोषित किए गए।
स्वामी विवेकानंद राजकीय मॉडल स्कूल के प्रधानाचार्य डॉक्टर भंवर लाल खटीक ने बताया कि बाल संसद चुनाव की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता लागू की गई। विद्यालय में कुल 12 कक्षाएं होने से सभी विद्यार्थियों को 12 संसदीय निर्वाचन क्षेत्र में विभाजित किया गया। संसदीय क्षेत्र को अगल अलग महापुरुषों का नाम दिया जैसे डॉ राधाकृष्णन संसदीय निर्वाचन क्षेत्र, डॉ अंबेडकर संसदीय निर्वाचन क्षेत्र, सरोजिनी नायडू संसदीय निर्वाचन क्षेत्र इत्यादि। 19 अगस्त को 12 बाल सांसदों का चुनाव मतपत्र और मत पेटी पुरानी पद्धति से करवाया गया ताकि विद्यार्थियों को इस पद्धति की जानकारी हो सके।
रिटर्निंग अधिकारी कमलेश कुमार गुर्जर ने जानकारी देते हुए कहा कि स्कूल स्टाफ ने मतदान अधिकारी के रूप में कार्य किया। नामांकन पत्र दाखिल करना, नामांकन पत्रों की जांच करना, नाम वापसी का कार्य विधिवत संपन्न कराने के बाद संसदीय निर्वाचन क्षेत्र वार प्रत्याशियों की अंतिम सूची का प्रकाशन किया गया। स्थानीय विद्यालय के स्काउट गाइड ने पुलिस अधिकारी एवं पुलिस कर्मी के रूप में तैनात रहे और कानून व्यवस्था बनाए रखी। 21 अगस्त को बाल संसद के प्रधानमंत्री का प्रत्यक्ष चुनाव ईवीएम मशीन द्वारा करवाया गया ताकि विद्यार्थियों को वर्तमान में प्रचलित चुनाव प्रणाली से अवगत कराया जा सके । प्रधानमंत्री पद पर 5 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन पत्रों की जांच में सभी नामांकन वैध पाए गए। किसी भी प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया। प्रधानमंत्री पद के लिए भूमिका सेन, दर्शन जैन, देव चाष्टा, नव्या जैन और सुधा जैन आदि 5 प्रत्याशी चुनाव मैदान में थे।
चुनाव प्रक्रिया ईवीएम मशीन द्वारा शुरू हुई तब विद्यालय में वास्तविक चुनाव जैसा माहौल था। हर वोटर उत्सुक था कि किस प्रकार से ईवीएम मशीन द्वारा चुनाव होता है। चुनाव प्रक्रिया को स्वयं देखकर और मतदान करके सभी विद्यार्थी रोमांचित थे। मतदान संपन्न होने के तुरंत बाद मतगणना की गई जिसमें देव चाष्टा को सबसे अधिक वोट पाकर प्रधानमंत्री पद हेतु चुने गए। स्थानीय विद्यालय में पहली बार बाल संसद का चुनाव एवं मतपत्र एवं ईवीएम दोनों तरीके से किया गया जिसमें सभी स्कूल स्टाफ ने सहयोग किया।