दसलक्षण पर्व का चौथा दिन है उत्तम शौच
लक्ष्मणगढ़ (अलवर, राजस्थान / कमलेश जैन) जैन धर्म के दिगंबर अनुयायियों का दसलक्षण पर्व का शुक्रवार को चौथा दिन उत्तम शौच है। यह सिखाता है कि हमें किसी भी चीज की आसक्ति नहीं करनी चाहिए। जब व्यक्ति का किसी चीज में मोह होता है तो वह इस संसार से मुक्ति नहीं पा सकता है। व्यक्ति को शुद्ध मन से जितना मिला है, उसी में खुश रहने के साथ-साथ परमात्मा का शुक्रिया करना चाहिए। जीवन में संतोष होना ही वास्तवित सुख है। अगर आप भौतिक संसाधनों और धन दौलत में खुशी प्राप्त करने की कोशिश करते हैं तो वास्तव में आप खुद को भ्रमित कर रहे हैं।