विधानसभा चुनाव ... आचार संहिता की पूर्ण पालना व शत-प्रतिशत मतदान को तकनीक का सहारा

Oct 20, 2023 - 07:40
Oct 20, 2023 - 16:25
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विधानसभा चुनाव ... आचार संहिता की पूर्ण पालना व शत-प्रतिशत मतदान को तकनीक का सहारा

 वैर भरतपुर राजस्थान 

वोटर्स की सुविधा को 6 एप बन रहे मददगार 

प्रदेश में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। मतदाताओं की सुविधा के लिए सोशल साइट्स इस बार महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी ।कहा जाए कि मतदान बढ़ाने के लिए इस बार विधानसभा चुनाव में तकनीकी का उपयोग ज्यादा होगा। चुनाव में शत प्रतिशत मतदान और आचार संहिता की सुनिश्चित पालन के लिए निर्वाचन आयोग हर संभव प्रयास कर रहा है। इसके लिए आयोग ने 6 एप भी बनाए है। जो मतदाताओं के लिए मददगार बन रहे हैं। लोकतंत्र के पर्व में मतदाताओं की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग की ओर से मतदान बढ़ाने के लिए इन 6 एप का सहारा लिया जा रहा है। इन एप के जरिए मतदाताओं को चुनाव संबंधी जानकारी ऑनलाइन हो सकेगी। ये एप युवाओं के लिए कारगर साबित हो रहे हैं।  निर्भीक व निष्पक्ष मतदान के लिए चुनाव आयोग मतदाताओं की शिकायतों का तुरंत निराकरण करने से लेकर मतदाताओं को वोट का महत्व बताने तक सभी उपाय करने में जुटा हुआ है।

इस प्रकार कर सकते हैं तकनीकी सुविधाओं का उपयोग

1. वोटर हेल्पलाइन -  इस एप में मतदाता सूची में नाम जोड़ने नाम पता संशोधन करने नाम हटाने वोटर आईडी को आधार से लिंक करने मतदाता सूची में नाम खोजने मतदान केंद्र विवरण ई एपिक डाउनलोड करने की सुविधा है। इससे व्यक्ति अपनी वोटर आईडी घर बैठे प्राप्त कर सकता है ।वोटर आईडी में संशोधन कर सकता है ।इसमें दिए गए विकल्प के अनुसार आवेदन करना होगा।

2.सक्षम - यह विशेष योग्यजन नागरिकों की सुविधा के लिए है। इसके माध्यम से दिव्यांग पंजीकरण और संशोधन कर सकते हैं। व्हीलचेयर के लिए आवेदन मतदाता सूची में नाम खोजने बूथ की जानकारी कर सकते हैं ।इसके साथ ही दिव्यांग को घर बैठे वोट देने की सुविधा मिलेगी।

3.वोटर टर्नआउट - इस ऐप के माध्यम से आमजन मतदान दिवस के दिन मतदाता प्रतिशत देख सकते हैं।

4.सी विजल -  इस एप की मदद से मतदान केंद्र पर किसी भी संदिग्ध व्यक्ति और गड़बड़ी की सूचना दी जा सकती है ।उम्मीदवार अगर किसी को प्रलोभन दे रहा है तो सूचना दी जा सकती है ।इसमें वीडियो और ऑडियो की सुविधा भी है ।इसमें शिकायत के 100 मिनट के अंदर निवारण होगा।

5. केवाईसी -  इस ऐप का मतलब है नो योर कैंडिडेट ।इसमें मतदाता अपने उम्मीदवार की सारी जानकारी प्राप्त कर सकता है। उम्मीदवार कितना पढ़ा हुआ है या फिर उसके पास प्रोपर्टी कितनी और उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी हासिल की जा सकती है।

6.सुविधा कैंडिडेट -  यह एप उम्मीदवारों को उनके नामांकन और चुनाव प्रचार आदि से संबंधित चाही गई अनुमति की स्थिति की जांच करने की सुविधा देता है।

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