रावल ब्राह्मण समाज ने मातृछाया हाॅस्पिटल के विरूध मेडिकल टीम गठित नहीं करने पर, आगामी 30 अक्टूबर को उपखण्ड कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन की दी चेतावनी
सिरोही (रमेश सुथार ) पिडवाडा स्थानीय रावल ब्राहम्मण समाज ने संभागीय आयुक्त जोधपुर, जिला कलेक्टर डाॅ. भंवरलाल, एडीएम डाॅ. भास्कर बिष्नोई, उपखण्ड अधिकारी-पिण्डवाडा व मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी- सिरोही को ज्ञापन सौपकर मातृछाया हाॅस्पिटल के विरूध मेडिकल टीम गठित नहीं करने पर, प्रषासन को आगामी 30 अक्टूबर 023, सोमवार को उपखण्ड कार्यालय का घेराव कर विरोध प्रर्दषन की चेतावदी देते हुए बताया कि हमारे समाज की बेटी जेतल कुमारी रावल पत्नि चिराग रावल निवासी ऐसाउ की गत 7 अक्टूबर 023 को मातृछाया के प्रबन्धक भरतपाल बैंन्दा व चिकित्सक डा. कल्पना डामोर की लापरवाही ने अकाल मौत हो गई थी, जिसको लेकर पुरे समाज में आका्रेष व्याप्त है, जबकि पुलिस ने गत 7 अक्टूबर 023 को हाॅस्पिटल व प्रबन्धक के विरूध मामला दर्ज किया था और समाज बन्धुओं व प्रषासन के समक्ष हमको आष्वासन दिया था कि उपखण्ड अधिकारी की देखरेख में मेडिकल टीम गठित कर सप्ताह भर में हाॅस्पिटल की जांच करवाई जायेंगी। जिसको लेकर पुलिस ने भी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को टीम गठित करने के लिए लिखा गया, लेकिन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की हर्ठधर्मिता कहें या लापरवाही के कारण आज दिन तक मेडिकल टीम का गठन तक नहीं हो पाया है। जिसको लेकर एक महिला को न्याय मिलने में विलम्ब हो रहा है। जबकि हमारा समाज प्रषासन से मातृछाया हाॅस्पिटल प्रबन्धक भरतपाल बैन्दा व डाॅ. कल्पना डामोर परिजनों को सांत्वना देने के बजाय आनन-फानन में क्यों उदयपुर रेफर किया? क्या मातृछाया हाॅस्पिटल में अनुभव चिकित्सक एवं संसाधन नहीं थे? गर्भवती महिला को प्रसव के दौरान 4 दिनों तक छुट्टी नहीं दी जाती है, लेकिन मातृछाया प्रबन्धक ने एक घंटे पूर्व जन्मे बच्चो को परिजनों समेत जबरन क्यों बहार निकाला और हाॅस्पिटल स्टाफ भी बंद कर क्यों चला गया? क्या गर्भवती महिला की मौत मातृछाया में हो गई थी? क्या हाॅस्पिटल में एनआईसीयू की व्यवस्था नहीं है? हाॅस्पिटल प्रबन्धक अपनी राजनिति प्रभाव के कारण क्यों मामले को दबाने व परिजनों से मामला वापिस लेने के लिए दबाव बना रहा है, ऐसा क्या डर है? गर्भवती महिला को ऐनिस्थीसिया इंजेक्षन किस चिकित्सक ने दिया? और ऐनिस्थीसिया इंजेक्षन लगाने वाला चिकित्सक कब आया और कब गया? महिला उपचार के दौरान कौन-कौन सी दवाईयां व तैयारिया की रिपोर्ट परिजनों को प्रबन्धक ने क्यों नहीं सपूर्द की? मातृछाया प्रबन्धक बैन्दा परिजनों से क्या छुपाना चाहते है? सामान्यता सभी हाॅस्पिटलों में रैफर करने पर रैफर कार्ड दिया जाता है, लेकिन मातृछाया प्रबन्धक ने रैफर कार्ड क्यों नही दिया? मातृछाया हाॅस्पिटल प्रबन्धक आॅपेरषन की विडियाग्राफी परिजनों को क्यो नहीं सपूर्द की? सीएमएचओं डा. राजेष कुमार व ब्लाॅक सीएमएचओ ने 7 अक्टूबर 023 को प्रषासन के समक्ष 3 सदस्यों की टीम गठित कर, हाॅस्पिटल की जांच करने के लिए कहां था, लेकिन अभी तक जांच क्यों नहीं की जा रही है? जिला प्रषासन एवं स्वास्थ्य विभाग एक महिला मौत की जांच को लेकर तत्परता क्यों नहीं दिखा रहे है? ऐसे कई सवाल है ? जो आमजन में व्याप्त है। वही ग्रामीणों की मांग पर एडीएम बिष्नोई ने ग्रामीणों के समक्ष दुरभाश पर सीएमएचओं को मेडिकल टीम गठित कर तत्काल जांच करने के निर्देष दियें। इस अवसर पर अमृतलाल रावल जनापुर, ईष्वर रावल फुलेरा, मोहनलाल रावल ऐसाउ, अमृतलाल रावल ऐसाउ, देवकरण जनापुर, मनोज कुमार जनापुर, किषोर कुमार फुलेरा, हीरालाल रावल, रमेष रावल षिव सेना, जगदीष कुमार सहित अन्य समाज के लोग उपस्थित थें।