संतो को परेसान किया तो भुगतने होंगे परिणाम - संत भजनाराम
सिरोही (रमेश सुथार) राजस्थान में कश्मीर के नाम से विख्यात उच्च पहाड़ियों पर स्थित पर्यटन स्थल माउंट आबू पूरे विश्व में विख्यात है यहस्थान हजारो पर्यटकों को लुभाता है साल भर लाखों पर्यटक देश विदेश से माउंट आबू पहुसते है , अंतराष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के संत,राजस्थान देवस्थान विभाग के प्रन्यास प्रकोष्ठ के सदस्य व सर्वधर्म महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत 1008 भजनाराम ने बताया है कि माउंट आबू की वादियों जंगलों में यह स्थल साधु संतों के लिए तपोभूमि रही हैं , यहां पर हज़ारों साल से साधु संत तपस्या करते आये हैं , हिन्दू धर्म की पताका फहराने वाले स्वामी विवेकानंद ने भी यहाँ रहकर साधना की है , बहोत से साधु संत जंगल मे गुफाओं में भी रहकर तपस्या में लीन रह कर अपना भजन कर रहे , इन साधु संतों ने दूरभाष पर मुझे बताया है कि वहां जंगल के अधिकारी वहां पर साधु संतों को परेसान कर रहे हैं जो घोर अन्याय की परिकाष्ठा है ,जिसको संत समाज सहन नहीं करेगा , ऐसे अधिकारी ,कर्मचारी सनातन धर्म ,संस्कृति के विरोधी है , ऐसी विरोधी मानसिकता के अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा , यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के शासन काल मे सनातन धर्म का जो झंडा है वह बुलंद रहेगा , इन सनातन धर्म के विरोधियों व ऐसे दुःशाहस करने वाले अधिकारी ,कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज आवे , नहीं तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहे , जल्द माउंट आबू जाकर सभी साधु संतों से रूबरू होकर उनकी व्यथा को सुनकर समाधान निकाला जाएगा