भागवत कथा के श्रवण से होता है पापों का नाश- आचार्य शिवदत्त शास्त्री
महुवा उपखंड मुख्यालय स्थित अग्रवाल धर्मशाला में चल रही श्रीमद् भागवत कथा के दौरान दिव्य हनुमंतेश्वर पीठाधीश्वर आचार्य श्री शिवदत्त शास्त्री काछीपुरा करसाई ने कहा कि भागवत कथा सुनने से पापों का नाश होता है श्री मद्भागवत में श्रीकृष्ण कहते हैं कि अपनी पीड़ा के लिए संसार को दोष मत दो. अपने मन को समझाओ क्योंकि तुम्हारे मन का परिवर्तन ही तुम्हारे दुखों का अंत है.
क्रोध तब पुण्य बन जाता है जब वह धर्म और मर्यादा के लिए किया जाए और सहनशीलता तब पाप बन जाती है जब वह धर्म और मर्यादा को बचा ना पाए. कि केवल डरपोक और कमजोर लोग ही चीजों को भाग्य पर छोड़ते हैं लेकिन जो मजबूत और खुद पर भरोसा करने वाले होते हैं वे कभी भी नियति या भाग्य पर निर्भर नही रहते.
कि परेशानी में अगर कोई तुमसे सलाह मांगता है तो उसे सलाह के साथ अपना साथ भी देना क्योंकि सलाह गलत हो सकती है साथ नहीं.
शरीर नश्वर हैं पर आत्मा अमर है. यह तथ्य जानने पर भी व्यक्ति अपने इस नश्वर शरीर पर घमंड करता है जो कि बेकार है. शरीर पर घमंड करने की बजाय मनुष्य को सत्य स्वीकार करना चाहिए. कि तुम अपने आपको भगवान को अर्पित कर दो. यही सबसे उत्तम सहारा है. जो इसके सहारे को जानता है वह भय, चिन्ता, शोक से सर्वदा मुक्त है.साथ भगवान श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गयाआयोजक नेमी चंद पुरुषोत्तम अग्रवाल एडवोकेट की ओर से सभी भगवत प्रेमियों को प्रसादी वितरण की गई
- अवधेश अवस्थी