बाईपास बने तो जाम से मिले निजात: अतिक्रमण एवं वाहनों का रोड पर खड़ा होना भी जाम का जिम्मेदार
लक्ष्मणगढ़ (अलवर / कमलेश जैन) कस्बे में जाम की समस्या बहुत पुरानी है। इस समस्या के लिए कहीं अतिक्रमण तो कहीं वाहनों की कतार और कस्बे में कहीं पार्किंग न होना इसके लिए जिम्मेदार माना गया है। कस्बे में रोज लगने वाले जाम से लोग परेशान रहते हैं। विवाह शादी एवं फसलों के मंडी में आगमन पर सीजन में यह समस्या और ज्यादा गंभीर हो जाती है। मालाखेड़ा रोड स्थित पुराने हॉस्पिटल इसके आसपास वाहनों सड़कों पर लगने से वाहन निकलना तो दूर की बात पैदल निकलना भी जान जोखिम में डालना है। कस्बे में बाईपास का निर्माण कार्य करीब दो माह से रुका हुआ है, जो कि बाध के दोनों पालो के ऊपर निर्माणाधीन है। लेकिन अभी तक पूरा नहीं हो सका। जाम के समाधान को लेकर लोगों से बातचीत की गई तो उनका कहना है कि जाम का स्थाई समाधान बाईपास का निर्माण चल रहा है वह शीघ्र पूर्ण हो, तब जाकर इस समस्या से राहत मिल सकेगी।
गंगा लहरी प्रजापत का कहना है कि - जाम की समस्या बहुत पुरानी है, लेकिन अधिकारी इसके ठोस समाधान के प्रति गंभीर नहीं है। कस्बे के बाहर बाईपास का निर्माण होना चाहिए तब इस समस्या का समाधान हो सकता है।
सतीश बसवाल का कहना है कि - कस्बे में जाम के समाधान के लिए बाईपास बनना चाहिए। इसके बनने से बाहर जाने वाला और भारी वाहन शहर में न घुसकर बाईपास से होकर बाहर चले जाएंगे। वर्तमान में बांध के पाल पर बना रहे बाईपास का कार्य गत दो माह से रुका हुआ है जबकि राज्य सरकार का करोड़ों रुपया बाईपास के आधे अधूरे निर्माण कार्य पर लग चुका है। इसके पूर्ण हो जाने पर जाम नहीं लगेगा।
किराना व्यापार मंडल अध्यक्ष (अशोक गाबा) का कहना है कि - अतिक्रमण एवं वाहनों का रोड पर खड़ा होना भी जाम का जिम्मेदार है। पालिका और प्रशासन को अतिक्रमण, वाहनों के खड़े होने पर सख्त रवैया अपनाना चाहिये। अतिक्रमण नहीं होगा सड़क पर वाहन खड़े नहीं होंगे तो सड़क खुली-खुली रहेगी और यातायात जाम नहीं होगा।
महेश चंद शर्मा (मामा लस्सी वाले) का कहना है कि - शहर में कहीं पर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। बाजार में सामान लेने के लिए आने वाले ग्राहक दुपहिया और चार पहिया वाहन को सड़क पर या किनारे पर खड़ा कर देते है। इससे यातायात संचालन में बाधा आती है। पालिका को पार्किंग की व्यवस्था करनी चाहिए तभी जाम से कुछ राहत मिल सकती है।