माली समाज के सामूहिक विवाह सम्मेलन में 21 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे
सामूहिक विवाह सम्मेलन किसी वरदान से कम नहीं: माली
गुरला:- भीलवाड़ा शहर के पुर स्थित घाटी के हनुमानजी परिसर में माली समाज द्वारा सामूहिक विवाह सम्मेलन में 21 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में। विवाह सम्मेलन से पूर्व सभी वर-वधुओं की सामूहिक बिन्दोली निकाली गई, जो प्रातः 8 बजे नर्सिंगद्वारा से आंरभ होकर माली मोहल्ला, सदर बाजार, बजरंगपुरा सहित विभिन्न मार्गों से होते हुई घाटी के हनुमानजी विवाह स्थल पर पहुंची, जहां पर समाजजनों ने उनका फूलों से स्वागत किया। बिन्दोली में समाज की महिलाएं व पुरूषों ने नाचते गाते हुए खुशी का इजहार किया। तत्पश्चात् सभी दुल्हों ने सामूहिक रूप से तोरण की रस्म अदा कर पाणीग्रहण संस्कार के लिए मनाये गये पाण्डाल में पहुंचे। यहां पर पण्डित अशोक व्यास के सानिध्य में मंत्रोच्चारण के साथ पाणिग्रहण संस्कार की रस्म अदा की गई। सम्मेलन में पाणिग्रहण संस्कार के बाद सभी वर-वधुओं का आशीर्वाद समारोह आयोजित किया गया। हजारों समाजजनों की उपस्थिति में वर-वधुओं से एक-दूजे को वरमाला पहनाई।
इस अवसर पर समाज के सभी भामाशाहों का भी स्वागत सम्मान किया गया, जिसमें प्रमुख रूप से सम्मेलन में सर्वाधिक सहयोग करने पर माली (सैनी) महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल लाल माली का समिति के सदस्यों ने प्रशस्ति पत्र व साफा बंधवाकर उनका विशेष सम्मान किया गया। साथ ही सत्यनारायण डाबला, जगदीश गोयल, उदयलाल माली सहित कई भामाशाहों का समिति द्वारा प्रशस्ति पत्र व मोमेंटो भेंट कर साफा बंधवाकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर सभी वक्ताओं ने सम्मेलन में की गई व्यवस्थाओं की भूरी-भूरी प्रशंसा करने हुए इसे एतिहासिक बताया। समारोह में राजस्थान के केबिनेट मंत्री अविनाश गहलोत द्वारा भेजे गये संदेश का वाचन माली महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल लाल माली ने किया, जिसमें गहलोत ने सभी वर-वधुओं को आशीर्वाद एवं शुभकामनाओं के साथ लिखा कि सामूहिक विवाहों का आयोजन एक अच्छी परम्परा है। इससे विवाह योग्य युवाओं को अपने जीवन साथी चुनने के साथ दहेज प्रथा, फिजूल खर्ची और दिखावे पर अंकुश लगता है। वहीं समारोह के मुख्य अतिथि राज.प्रदेश माली महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल लाल माली ने समाज को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसे अभिभावक जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और अपने बेटे-बेटियों की शादी के लिए चिंतित हैं, ऐसे परिजन के लिए समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन किसी वरदान से कम नहीं है। इस तरह के आयोजन समाज में समय-समय पर आयोजित होने चाहिए। समारोह की अध्यक्षता डॉ. शंकर लाल माली पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी ने की। समारोह में माली सैनी कर्मचारी संस्था द्वारा समाज के बच्चों को शिक्षित करने के लिए अभियान के तहत ‘‘माली शिक्षा संस्कार दिवस’’ फोल्डर का भी विमोचन किया गया।
समारोह से पूर्व माली समाज विकास संस्थान, पुर के अध्यक्ष भैरूलाल माली व समिति सदस्यों ने सभी आंगतुकों का स्वागत सम्मान किया। इस अवसर पर अध्यक्ष माली ने समाज के द्वारा दिया गया सम्मेलन में सहयोग के लिए धन्यवाद देते हुए विशेष आभार प्रकट किया। मंच का संचालन डॉ. शंकर लाल माली व गोपाल लाल माली द्वारा किया गया। इस सम्मेलन में भीलवाड़ा जिला सहित राजसमंद, चित्तौड़गढ़, अजमेर, उदयपुर सहित कई शहरों व गांवों से हजारों की संख्या में समाजजनों ने शिरकत की। इस अवसर पर माली कर्मचारी संस्था के अध्यक्ष तोताराम सांखला, सचिव कन्हैयालाल बुलिवाल, संगठन मंत्री गोपाललाल माली, सामूहिक विवाह समिति के श्यामलाल, रामेश्वरलाल, शंकरलाल गोयल, जगदीश चन्द्र ढिबरिया, नानूराम गोयल, रामस्वरूप, कैलाश चन्द्र, बंशीलाल, कालूराम, प्रभुलाल, लाल चंद, देबीलाल, भवानीराम, कैलाश चन्द्र, नारायण लाल, राजकुमार, भंवरलाल, बंशीलाल ढिबरिया, महावीर माली, देव ढिबरिया, प्रकाश तुन्दवाल, रामेश्वर माली, गणपत माली सहित कई समाजजन व कार्यकर्ता उपस्थित थे।
- बद्रीलाल माली