पॉच दिन से नरेगा में बिना काम किए ही 50 श्रमिकों की हो रही हाजिरी, मौके पर नहीं मिला एक भी श्रमिक
कामां (भरतपुर,राजस्थान/ हरिओम मीना) कामा पंचायत समिति के अंतर्गत महात्मा गांधी नरेगा योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायतों द्वारा मस्टंरॉल के माध्यम से कराए जा रहे विकास कार्यों में भारी फर्जीवाड़ा देखने को मिल रहा है ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने के बावजूद भी अधिकारियों द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जाती जिसके चलते सरपंचों नरेगा मैटों व तकनीकी सहायकों की मिलीभगत के चलते यह गोरखधंधा दिनोंदिन फल फूल रहा है ऐसा ही एक नजारा सोमवार को कामा पंचायत समिति की ग्राम पंचायत लेवडा में देखने को मिला जहां नरेगा में स्वीकृत कार्य पर एक भी कार्यकर्ता नहीं करता हुआ नहीं मिला पिछले 5 दिनों से कागजों में ही 50 श्रमिकों की हाजिरी चल रही है|
उल्लेखनीय है कि कामा पंचायत समिति की लेवड़ा ग्राम पंचायत में 17 मार्च से लेवडा गांव में आजाद के घर से लेकर उत्तर प्रदेश के मेहराना की ओर जाने वाली ग्रेवल सड़क पर यूपी बॉर्डर तक 50 श्रमिकों की मस्ट्रॉल चल रही है जिसके अंतर्गत ग्रेवल सड़क पर पिछले 5 दिनों से लगातार 50 श्रमिकों की हाजिरी भरी जा रही है लेकिन मौके पर एक श्रृमिक कार्य नहीं कर रहा है स्वयं सरपंच प्रतिनिधि हसनू खॉन ने भी मौके पर काम नहीं होना स्वीकार किया है इतना सब होने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अभी तक मस्ट्रॉल को निरस्त नहीं किया गया है ना ही संबंधित नरेगा मेट को ब्लैक लिस्ट किया गया है जिसके चलते अधिकारियों की कार्यशैली पर ही प्रश्न लग रहा है ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत समिति के अधिकारी ही नरेगा योजना के अंतर्गत होने वाले विकास कार्यों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं|