नगर पालिका में नहीं थम रहा है भ्रष्टाचार, रिश्वत की राशि नहीं देने पर ठेकेदार का टेंडर किया निरस्त
कामां (भरतपुर,राजस्थान/ हरिओम मीना) कामां नगर पालिका द्वारा कामसेन स्टेडियम कोट ऊपर निर्मित 27 दुकान को किराए पर देने के लिए खुली बोली निविदा आंमंत्रित की गई थी जिसमें 3 मार्च को खुली बोलो द्वारा कामा कस्बे की एक फर्म को टेंडर जारी कर दिया था लेकिन अब एकाएक 20 दिन बाद नगर पालिका द्वारा टेंडर को निरस्त कर दिया गया है जिसके चलते अब नगरपालिका सवालों के घेरे में आ गई है!! उल्लेखनीय है कि कोट ऊपर कामसेन स्टेडियम के बाहर बनी 27 दुकानों 3 मार्च को खुली बोली द्वारा टेंडर प्रक्रिया आमंत्रित की गई थी जिसमें 8 ठेकेदारों ने भाग लिया थी अंतिम व अधिकतम बोली ₹3 लाख 23 हजार रूपये की रही जिस पर अंतिम समय में अधिकतम बोली दाता कुमार विक्रम शर्मा को को टेंडर जारी कर दिया गया संवेदक ने निविदा शर्तों के अनुसार मौके पर ही 25% राशि जमा भी करा दी थी लेकिन उसी दिन से संवेदक से नगर पालिका प्रशासन एवं अध्यक्ष द्वारा रिश्वत की राशि के लिए मांग की जा रही थी संवेदक द्वारा राशि नहीं देने की वजह से सोमवार को 20 दिन बाद खुली बोली जारी की गई निविदा को बगैर कोई कारण बताएं निरस्त कर दिया गया जोकि लेखा विज्ञ के नियमों का खुला उल्लंघन है और यह भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है| इस बारे में नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी श्याम बिहारी गोयल का कहना है कि टेंडर की फाइल पर नगर पालिका अध्यक्ष गीता खंडेलवाल द्वारा टिप्पणी की गई है कि इस टेंडर से अधिक आय होने की संभावना है इसलिए टेंडर प्रक्रिया दोबारा कराई जाए पालिका अध्यक्ष के इन आदेशों के तहत टेंडर किया गया है वहीं पालिका अध्यक्ष गीता खंडेलवाल का कहना है कि इस टेंडर से पालिका को अधिक आय होने की संभावना है इसलिए पुराने टेंडर को निरस्त कर दोबारा से टेंडर कराया जाएगा जिससे नगर पालिका को अधिक आए हो सके| टेंडर निरस्त किए जाने से नगर पालिका सवालों के घेरे में आ गई है संवेदक कुमार विक्रम शर्मा का कहना है कि जिस दिन मेरे नाम टेंडर जारी किया गया था उस दिन से ही पालिका के अधिशासी अधिकारी व पालिका अध्यक्ष द्वारा एक लाख रूपये की सुविधा शुल्क की मांग की जा रही थी मेरे द्वारा सदस्यता शुल्क नहीं देने पर मेरा टेंडर रद्द कर दिया गया अब मुझे न्यायालय की शरण लेनी पड़ेगी टेंडर जारी होने के बाद में नगर पालिका की नियम अनुसार 25% की राशि जमा कराकर रसीद भी प्राप्त कर चुका हूं जिसकी रसीद भी मेरे पास मौजूद है संवेदक कुमार विक्रम शर्मा का कहना है कि यदि आय कम हुई थी तो उसी दिन निविदा क्यों जारी की गई निविदा के दिन अधिकतम बोली दाता को ही टेडर जारी किया गया था ऐसे में अधिक आय होने की संभावना ही नहीं थी नगर पालिका द्वारा टेंडर प्रक्रिया निरस्त किए जाने के पीछे मंसा साफ नजर नहीं आ रही है|