संतो का आरोप: सरकार में बैठे आलाधिकारियों एवं मंत्रियों के सहयोग से ब्रज के पर्वतों पर बैखोफ चल रहा खनन
खनन के विरोध में आदिबद्री पर्वत की 14 कोसी परिक्रमा शुरू, बड़ी संख्या ब्रज वासियों साधु-संतों हुए शामिल
ड़ीग (भरतपुर, राजस्थान/ पदम जैन) आदिबद्री व कनकाचल पर्वत पर जारी खनन के विरुद्ध धरने के 404 वे दिन बुधवार को ब्रजवासी व साधु-संतों ने चार दिवसीय आदिबद्री पर्वत की 14 कोसी परिक्रमा का श्रीगणेश किया। जिसमें बड़ी संख्या में साधु संत बृजवासी शामिल थे । यह परिक्रमा धरना स्थल पसोपा से होकर कहारिका, गदरवास, हयातपुर गांवो में होते हुए अपने आज के पड़ाव स्थल गांव जटेरी पहुंची। रास्ते में सभी पदयात्रियों का ग्राम वासियों ने बढ़-चढ़कर स्वागत किया। यात्रा में चल रहे है ब्रजवासी व साधु संतों ने अभी तक दोनों पर्वतों पर खनन नहीं बंद करने को लेकर सरकार के खिलाफ भारी रोष व्यक्त किया। कई संतों ने इस दौरान आवेश में आकर आत्मदाह तक की धमकी दे डाली। पदयात्रा का नेतृत्व कर रहे आदि बद्री धाम के महंत शिवरामदास ने जिला प्रशासन को भी आड़े हाथों लेते हुए कहा कि कई बार जिला कलेक्टर व अन्य अधिकारियों को ओवरलोडिंग व बड़े पैमाने पर चल रहे खनन को लेकर शिकायत की जा चुकी है। लेकिन इस दिशा में कार्रवाई करना तो दूर की बात रोजाना अवैध खनन व ओवरलोडिंग की घटनाओं में काफी बढ़ोतरी हो रही है , जबकि इन दोनों पर्वतों को संरक्षित करने के संबंध में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गत बर्ष एक अक्टूबर 2021 को सहमति दे चुके हैं ।
संरक्षण समिति के महासचिव ब्रजदास ने राजस्थान सरकार के राजस्व व खान मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 4 माह में सैकड़ों बार दोनों मंत्री व उनके अधिकारियों से हमारे साधु संत मिल चुके हैं ।इसके बावजूद भी कोई ना कोई अव्यवहारिक कारण बताकर दोनों पर्वतों के संरक्षण के निर्णय में जानबूझकर विलंब किया जा रहा है ।14 कोसीय परिक्रमा में शामिल पदयात्री हरि नाम कीर्तन में झूमते हुए व ब्रज के पर्वतों एवं पर्यावरण के रक्षण का उद्घोष करते हुए एव ब्रज की संस्कृति के विभिन्न रंगों को प्रदर्शित करते हुए बुधवार को जटेरी पहुचे जंहा आदिबद्री एवं कनकाचल पर्वत को अविलंब खनन मुक्त कराने के मुद्दे को लेकर सभा आयोजित की गई । जिसे स्थानीय ग्राम वासियों, ब्रज वासियों व साधु संतों ने संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अपील की गई कि वह अपने अधीनस्थ मंत्रियों की उदासीनता के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें दोनों पर्वतों को तत्काल संरक्षित करने का निर्देश दें।
बुधवार को साधु संतों का एक प्रतिनिधिमंडल संरक्षण समिति के संरक्षक राधाकांत शास्त्री के नेतृत्व में डीग पहुंचकर उप जिला कलेक्टर हेमंत कुमार से मिला और उन्हें मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर दोनों पर्वतों को तत्काल खनन मुक्त करने की मांग की । इस प्रतिनिधिमंडल में हरिबोल बाबा, मुकेश शर्मा, भूरा बाबा, हनुमान बाबा, रामदास बाबा, देवी राम, प्रहलाद, हरि ओम, सुल्तान, जग्गी आदि प्रमुख लोग शामिल थे ।