नागौर पुलिस की बड़ी कार्यवाही: शराब के 46 कार्टून के साथ एक आरोपी गिरफ्तार
मेडतासिटी (नागौर, राजस्थान/ तेजाराम लाडणवा) नागौर जिले की पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए साबका वे धंधा कर मोटी कमाई करने के अनैतिक कार्य में लिप्त एक ऐसे युवक को गिरफ्तार किया है जिसके नाम से ही भारत माता के सपूतों का खून खोलने लगता है। हां यह सच है कि नागौर पुलिस अधीक्षक राममूर्ति द्वारा चलाए जा रहे अवैध मादक पदार्थ रोकथाम अभियान के तहत गोटन पुलिस ने शराब का अवैध धंधा करने वाले पाकिस्तान को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से भारी मात्रा में अवैध देसी शराब सहित उपयोग में ली जाने वाली जीप को जप्त करने में कामयाबी हासिल की। मेड़ता उपखंड क्षेत्र के गोटन थाना पुलिस ने "पाकिस्तान' से 46 कार्टून अवैध देशी शराब बरामद कर उसके कब्जे से उपयोग में ली जा रही जीप को जप्त किया , आप यहीं सोच रहे होंगे कि भला नागौर जिले की गोटन पुलिस पाकिस्तान में जाकर कार्रवाई कैसे कर सकती है , आपको बता दें दरअसल बात यह है कि पुलिस ने जिस शख्स के कब्जे से 85 हजार रुपए लागत की देशी शराब बरामद की है, उस शख्स का नाम पाकिस्तान है।
मेड़ता डीएसपी अरविंद कुमार गोयल ने बताया कि गोटन पुलिस की ओर से 1 अप्रैल को देर शाम यह कार्रवाई की गई है। जहां मुखबिर द्वारा टालनपुर की ओर से अवैध शराब को लेकर एक जीप आने की सूचना मिली, जिस पर गोटन थानाधिकारी सुखराम, हैड कांस्टेबल सुगनाराम, कांस्टेबल चौथाराम, ओमप्रकाश, प्रदीप चौधरी की टीम ने जेके रोड पर नाकाबंदी कर दी। इस दौरान टालनपुर की तरफ से एक जीप रुकवा कर पूछताछ शुरू की, पूछताछ के दौरान नट कॉलोनी गोटन निवासी ड्राइवर पाकिस्तान नट (45) पुत्र जमदार नट घबरा गया ऐसे में पुलिस का शक यकीन में बदल गया। अब पुलिस ने गाड़ी की तलाशी ली तो उसमें भारी मात्रा में अवैध देशी शराब भरी हुई थी। पुलिस ने जीप जब्त कर उसमें रखे अवैध देशी शराब के 46 कार्टून बरामद कब्जे में ले लिए। इन 46 कार्टून में कुल 2208 पव्वे थे।
पुलिस ने आरोपी पाकिस्तान को गिरफ्तार कर लिया और अवैध देशी शराब और जीप को भी जब्त कर लिया गया। अब पुलिस ने आबकारी अधिनियम में मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया है। जब्त की गई अवैध शराब की कीमत करीब 85000 रुपए बताई जा रही है। गौरतलब बात है कि अवैध मादक पदार्थों पर अंकुश लगाने का जिम्मा आबकारी विभाग सहित पुलिस प्रशासन का है मगर क्षेत्र में बढ रहे मादक पदार्थ के अवैध धंधे पर अंकुश लगाना केवल मुखबिरी करने वालों का ही काम रह गया, अवैध मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों पर आबकारी विभाग की मेहरबानी अवैध कारोबारियों का हौसला बढ़ा रही है।