मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत सहित 15 के खिलाफ 6 करोड़ की धोखाधड़ी करने का आरोप, मामला दर्ज
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत के खिलाफ महाराष्ट्र के नासिक स्थित गंगापुर पुलिस स्टेशन पर 17 मार्च को मामला दर्ज हुआ है जिसमें अदालत के आदेशों पर वैभव गहलोत सहित 15 लोगों के खिलाफ राजस्थान में e-toilet बनाने का टेंडर दिलवाने के नाम बड़ी सांठगांठ करके धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है, एफ आई आर दर्ज होने के बाद राजस्थान में सियासी पारा चढ़ गया है हम आपको बता दें कि नासिक के कारोबारी सुनील भालचंद्र पाटील ने ई टॉयलेट सहित सरकारी विभागों के टेंडर दिलाने के नाम पर छह करोड़ 80 लाख की धोखाधड़ी करने का आरोप वैभव गहलोत सहित 15 लोगों पर लगाया है, पुलिस ने सीआरपीसी 156 के तहत मामला दर्ज कर लिया है, हम आपको बता दें कि इस मामले में जोधपुर अहमदाबाद के लोगों के शामिल होने के संबंध में भी जानकारी मिली है, हालांकि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच करने में जुटी हुई है।
मामले की जानकारी के बाद भाजपा आक्रमक हो गई है वही गहलोत ने ट्वीट कर अपनी सफाई दी है कि उनका इस से कोई संबंध नहीं है, मामले में मुख्य आरोपी गुजरात कांग्रेस के सचिव सचिन पुरुषोत्तम वालेरा बताए जा रहे हैं हम आपको बता दें कि पूरे मामले में छह करोड़ के भ्रष्टाचार की बात सामने आ रही है, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।
वहीं वैभव गहलोत ने खुद को बेकसूर बताते हुए ट्वीट कर कहा है कि मीडिया में किसी भी प्रकरण को लेकर जिस तरह मेरा नाम चलाया जा रहा है जिसमें मेरा नाम भी डाला गया है मुझे उसके बारे में कोई जानकारी नहीं है, नहीं इन सब से मेरा कोई संबंध है हम सभी जानते हैं जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आएंगे वैसे वैसे झूठे आरोपों के साथ-साथ ऐसी कार्य स्थानीय और मैनिपुलेटेड बातें सामने आती ही रहेंगी।
हम आपको बता दें कि सुशील पाटिल ने f.i.r. में बताया कि सचिन वालेरा ने खुद को एडवरटाइजिंग कारोबारी बताते हुए कहा कि उनके 13 राज्य में पेट्रोल पंप पर विज्ञापन का कांटेक्ट है उन्होंने दावा किया कि राजस्थान के मुख्यमंत्री और उनके बेटे के साथ उनके अच्छे संबंध है साथ ही उसने कहा कि कुछ महीने से पंजाब में काम करने लगा हूं पंजाब के मुख्यमंत्री को ओबी वैन भेंट की सचिन ने उसके काम में निवेश करने पर करोड़ों के मुनाफे का भरोसा दिलाते हुए कहा कि आपको केवल नाम के लिए टेंडर में भाग लेना होगा बाकी वैभव गहलोत देखेंगे, जिससे पाटिल उनके जाल में फस गए और 1प पाटिल को अपना शिकार बना लिया, सचिन ने इस तरह निवेश की सारी जानकारी दी व राजस्थान सरकार द्वारा जारी किए गए सर्कुलर भी दिखाएं जो बाद में फर्जी पाए गए,
- इन्हें बनाया गया हैआरोपी
सचिन भाई, पुरुषोत्तम भाई वेलेरा, वैभव गहलोत, किशन कैंटेलिया, सरदार सिंह चौहान, प्रवीण सिंह चौहान, सुहास सुरेंद्र भाई मकवाल, निवभाई महेशभाई वीर्माभट, विश्वरंजन मोहंती, राजबीर सिंह शेखावत, प्रग्नेश कुमार विनोदचंद्र प्रकाश, संजय कुमार देसाई, सावन कुमार ए. पारनर, रिशिता शाह और विराज गनवाल को आरोपी बनाया है। इन पर टेंडर के फर्जी दस्तावेज दिखाकर पैसा हड़पने और साजिश रचने का आरोप है।