RPSC ने पकड़ा डमी कैंडिडेट:डॉक्यूमेंट की जांच में खुला मामला, आयोग ने थाने में दर्ज करवाई FIR
राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा अभ्यर्थियों के दस्तावेज की जांच दौरान बरती जा रही सतर्कता से वरिष्ठ अध्यापक परीक्षा-2022 में मूल अभ्यर्थी के स्थान पर डमी अभ्यर्थी द्वारा परीक्षा देने का मामला सामने आया है। आयोग द्वारा मूल व डमी अभ्यर्थी के विरूद्ध पुलिस थाना, सिविल लाइन्स अजमेर में प्रकरण दर्ज करवाया गया है।
आयोग सचिव ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा वरिष्ठ अध्यापक (माध्यमिक शिक्षा विभाग) परीक्षा 2022 के सामान्य ज्ञान एवं शैक्षणिक मनोविज्ञान की परीक्षा दिनांक 22 दिसंबर 2022 को प्रातः 09ः00 बजे से 11ः00 बजे तक एवं हिन्दी विषय की परीक्षा दिनांक 22 दिसंबर 2022 को ही अपरान्ह 2 बजे से 4ः30 तक आयोजित की गई थी। इसमें रोल नम्बर 1908734 का अभ्यर्थी ओमप्रकाश पुत्र बाबूराम को आयोग द्वारा उदयपुर शहर में परीक्षा केन्द्र 33-0007 राजकीय फतह सी.सै.स्कूल सूरजपोल के बाहर, आरसीए कॉलेज के सामने, उदयपुर आवंटित किया गया था।
आयोग के रिकाॅर्ड की जांच करने पर ज्ञात हुआ कि उक्त परीक्षा में मूल अभ्यर्थी ओमप्रकाश के स्थान पर भेराराम पुत्र सुजाराम विश्नोई (ईशरवाल) निवासी करावड़ी, तहसील एवं जिला सांचैर द्वारा यह दोनों परीक्षाएं दी गई थी। जांच दौरान यह भी स्पष्ट हुआ कि परीक्षा दौरान अभ्यर्थी द्वारा प्रस्तुत उपस्थिति पत्रक पर मूल अभ्यर्थी ओमप्रकाश ने प्रवेश-पत्र में छेड़छाड़ कर अन्य व्यक्ति भेराराम की फोटो चस्पा कर भेराराम से परीक्षा दिलवाई है।
भेराराम प्राध्यापक (स्कूल शिक्षा विभाग) हिन्दी 2022 परीक्षा का भी अभ्यर्थी है। उसके दस्तावेज सत्यापन हेतु 10 जनवरी 2024 को उसे आयोग कार्यालय में बुलाया गया था। दस्तावेजों की जांच आयोग के रेकार्ड से करने पर उसके द्वारा वरिष्ठ अध्यापक(माध्यमिक शिक्षा विभाग) परीक्षा 2022 में डमी अभ्यर्थी के रूप में ओमप्रकाश के स्थान पर परीक्षा देने का कृत्य किया जाना स्पष्ट हुआ। इस पर भेराराम एवं इस अपराध में उसके साथ संलिप्त ओमप्रकाश के विरुद्ध पुलिस थाना, सिविल लाइंस अजमेर में आयोग के सहायक सचिव द्वारा मुकदमा दर्ज करवाया गया है।