बुगाला में बाल कृष्ण की लीलाओं ने मन मोहा
उदयपुरवाटी / सुमेर सिंह राव
झुंझुनू जिले के बुगाला गांव के रावणा राजपूत भोमिया मंदिर में चल रही भागवत कथा में कथावाचक आचार्य श्रीहरि भारद्वाज ने भगवान श्रीकृष्ण की विविध बाल लीलाओं का रोचक वर्णन किया।उन्होंने गुरु की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि गुरु का मतलब होता है जो गोविन्द से मिलादे।गुरु का मतलब यह नहीं है जो अपने आप को ही मंदिर में सजा दे।गुरु तो साक्षात परम ब्रह्म है।गुरु वह सर्वश्रेष्ठ है जो गुरु गोविंद की राह पर चलने के लिए हमें प्रेरित करें।इस दौरान महाराज ने बालकृष्ण की विविध बाल लीलाओं का संगीतमय वर्णन किया एवं गोवर्धन पूजा भी कराई गई।इस अवसर पर सुरेश रावणा राजपूत दंपत्ति ने व्यासपीठ की पूजा अर्चना की।इस अवसर पर काफी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे।