वन विभाग एवं जनप्रतिनिधि के साथ सैकड़ों ग्रामीणों की मौजूदगी में गौशाला को ध्वस्त कर गोवंश को किया बेसहारा: सांसद रंजीता कोली
कठूमर (अलवर, राजस्थान/ अशोक भारद्वाज) कठूमर उपखंड क्षेत्र की एकमात्र गौशाला मैथना स्थित हनुमान गौशाला को 21 अप्रैल को वन विभाग द्वारा अतिक्रमण के नाम पर ध्वस्त किए जाने के का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। और भरतपुर सांसद रंजीता कोली व भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा सहित क्षेत्र के अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने इस घटना को दुखद बताया और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
उल्लेखनीय है, कि वन विभाग की टीम द्वारा गुरुवार सुबह बुलडोजर ले जाकर वहां पिछले एक दशक से संचालित हनुमान गौशाला को अतिक्रमण के नाम पर हटाने की कार्रवाई की गई। इस कार्यवाही के दौरान गौशाला संचालक तेजी राम द्वारा वन विभाग एवं ग्रामीणों के सामने गौशाला में मौजूद छोटे बड़े 400 गोवंश को अन्य स्थान पर स्थानांतरित करने के लिए 10 दिन का समय देने का आग्रह किया गया। लेकिन कुछ लोगों के भारी विरोध के चलते वन विभाग टीम को झुकना पड़ा। और बुलडोजर चलाकर गौशाला के टीन शैडो, पानी की प्याऊ , चारदीवारी, बाडा इत्यादि ध्वस्त कर दिए गए।
और गोशाला ध्वस्त होने से कभी करीब चार सौ भूखे प्यासे गौवंश मरने की स्थिति में आ गए। जिनमें से 70 दुधारू गोवंशो को लोगों द्वारा रात्रि के समय चोरी कर ले जाया गया। और दुधारू गोवंश के बछड़े बिना मां के गौशाला में तड़पते रह गए। स्थिति यह है, कि गौशाला में वर्तमान में 100 से ज्यादा गोवंश एवं बछड़े हैं , पानी की मोटर चोरी हो जाने के बाद पानी की समस्या और चारे की दिक्कत हो गई है ।और गौशाला ध्वस्त होने के बाद कुछ कथित लोगों द्वारा गौशाला के सामान की जमकर लूटपाट की गई है। वहां लगे पंखे, लाइट ,व अन्य सामानों को लोग लूट कर ले गए। लूट इस प्रकार की गई है ,कि गोशाला ध्वस्त होने पर में शामिल लोगों में भी विरोध के स्वर उठने लगे हैं। लेकिन स्थानीय इस लूट में शामिल होने के कारण सभी दबी जबान में इसकी चर्चा कर रहे हैं। लेकिन मुंह खोलने से इंकार कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि मैथना रूंध में वन विभाग की 1400 बीघा जमीन स्थित है ,इस जमीन में जंगली गाय, सियार,नील गाय आदि जानवर स्वच्छंद रूप से विचरण करते हैं। इसी रूंध की जमीन में से 40 बीघा जमीन पर पिछले एक दशक से तेजी राम के द्वारा हनुमान गौशाला संचालित की जा रही है। जिसमें 400 छोटे-बड़े गोवंशो का पालन पोषण किया जा रहा है । पं तेजी राम के द्वारा सरकारी अनुदान के अलावा गांव बस्ती से चारा इत्यादि का सहयोग लेकर इस गौशाला को चलाया जा रहा है।
कठूमर पुलिस थाना सहित कई पुलिस थानों द्वारा गौ तस्करों से गोवंश को बरामद कर हनुमान गौशाला को सुपुर्द किया जाता रहा है और सरकार के द्वारा बड़े गोवंश के ₹400 प्रति व छोटे गोवंश के ₹200 प्रति के हिसाब से अनुदान भी मिलता रहा है। क्षेत्र में लोगों के द्वारा लावारिस बेसहारा गोवंश को भी गौशाला को सुपुर्द किया जाता रहा है।
लेकिन वन विभाग द्वारा सहायक वन संरक्षक कोर्ट 2020 के आदेश के अनुपालन में गौशाला के संचालक को 20 दिसंबर 2021 में गौशाला की जगह को सात दिवस में खाली करने और गायों को अनियंत्रित स्थानांतरित करने का नोटिस जारी किया गया था। लेकिन गौशाला संचालक तेजी राम ने वर्तमान में नोटिस मिलने से इनकार किया है। इसकी अनुपालना में वन विभाग द्वारा ग्रामीणों की सहमति से यह कार्रवाई की गई।
इस संदर्भ में भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ज्ञानदेव आहूजा ने कांग्रेस सरकार पर पहले राजगढ़ में मंदिर को तोड़ने और मैथना में गौशाला उजाड़ने का कार्य कर अपना अंत समय नजदीक ला दिया है। राज्य सरकार राजगढ़ में तो नगरपालिका की बात कह कर अपना पल्ला झाड़ रही है, लेकिन मैंथना में गौशाला पर बुलडोजर चलाया है। जो काफी निंदनीय घटना है। हम इस घटना का पुरजोर विरोध करते हुए इस गौशाला का पुनरुद्धार करेंगे ।फिर से गौशाला का निर्माण कराया जाएगा।
इधर कुछ कतिपय गौभक्त इस घटना की निन्दा कर रहे हैं,और वहां पहुंचकर तथा स्थिति का जायजा ले रहे हैं, लेकिन इनके खान पान की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। सोशल मीडिया,व अन्य सामाचारों के माध्यम से अपनी उपस्थिति दर्शाने वाले गौभक्त अब नजर नहीं आ रहे हैं।
इस मामले को लेकर भरतपुर सांसद रंजीता कोली शनिवार शाम को ग्राम मैथना स्थित हनुमान गौशाला पहुंची और वहां मौजूद गौशाला संचालक पंडित तेजी राम व अन्य लोगों से मामले की पूरी जानकारी ली और इस मौके पर रंजीता कोली ने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार आमजन की भावनाओं को आहत करने का लगातार कार्य कर रही है ऐसी सरकार का शासन में रहने का कोई हक नहीं है और जल्द ही जनता इसका निर्णय करेगी।