शारदीय नवरात्रि में बारिश पर आस्था भारी: भक्ति संध्या में उमड़ा जनसैलाब
उदयपुर (राजस्थान/मुकेश मेनारिया) शारदीय नवरात्रि के पांचवे दिन शुक्रवार शाम को बारिश की वजह से भक्ति संध्या में तो थोड़ा खलल जरूर पड़ा। लेकिन तमाम परेशानियों के बावजूद श्रद्धालुओं की भक्ति व जोश में कहीं से भी कमी नहीं हुई। बाठरडा खुर्द में भारी बारिश पर आस्था का जनसैलाब भारी पड़ा है। वल्लभनगर पंचायत समिति के बाठरडा खुर्द में एक शाम महाकाली के नाम भजन संध्या का आयोजन किया गया। इसमें भजन गायक आशा वेष्णव की ओर से महाकाली माता की महिमा का गुणगान किया गया। उनके सुनाए भजनों पर भक्त झूमने पर विवश हो गए। भजन संध्या का शुभारंभ गणेश वंदना से हुआ। इसके बाद उन्होंने 'बाठरडा खुर्द में देवरों जियो राज कालिका थाणी गणी करा मनवार' भजन सुनकर समा भक्ति मय कर दिया। वहीं देर रात तक चले भजन संध्या में गायक कलाकारों ने एक से बढक़र एक भजनों की प्रस्तुतियां व माताजी की झाकियां प्रस्तुत की।
भामाशाहों का हुआ सम्मान:- बाठरडा खुर्द निवासी लक्ष्मी लाल पिता सुरेश चंद्र ने माताजी के मंदिर के यहां प्रवेश द्वार का निर्माण करवाया जिसकी लागत करीब 8 लाख से अधिक है। लक्ष्मी लाल का सम्मान किसान नेता कुबेर सिंह चावड़ा द्वारा किया गया । देश से बाहर हॉन्ग कॉन्ग में कार्यरत सभी भक्तो द्वारा माताजी के प्रांगण में लगभग 7 लाख की लागत से रेलिंग निर्माण का कार्य करवाया गया ।
वहीं उदयपुर के निश्चल जैन पिता आजाद बालिया द्वारा पानी की टंकी निर्माण हेतु 51,000 रू. की राशि भेंट की । रमेश जोशी पिता स्व. भीमराज जोशी की ओर से माताजी के यहां चांदी का मूखुट भेंट किया,जिनका सम्मान निजी होटल व्यवसायी परसराम के द्वारा किया गया।
वहीं एक महिला द्वारा सोने की रकड़ी गुप्त दान कर के माताजी के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की , गांव के संदीप सोनी द्वारा 21,000 रु. की राशि भेंट की । सभी भामाशाहों का सम्मान मेवाड़ी पाग उपर्णा से स्वागत किया गया। वहीं महाकाली नवयुवक मंडल सहित श्रद्धालु ने भामाशाहों को धन्यवाद ज्ञापित किया।