भ्रष्टाचार का बढ़ता खेल: आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से पोषण ट्रैकर के भुगतान को लेकर मांगी रिश्वत
सरकार का पोषण ट्रैकर एप्प को लांच करने का मुख्य उद्देश्य आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की गतिविधियों पर निगरानी रखना है। उससे संबंधित सभी सेवा नागरिकों तक आसानी से प्रदान करना है। पोषण ट्रैकर एप के माध्यम से कुपोषण जैसी गंभीर बीमारियों की भी मैपिंग की जाएगी। इस एप से कागजी कार्यों को खत्म करने में सहायता मिलेगी। शासन ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को पोषण ट्रैकर एप पर लाभार्थियों की फीडिंग करने को कहा गया है। जिसमे अधिकांश कार्यकर्ताओं ने लाभार्थियों को इसमें अपलोड कर दिया है
गोविन्दगढ़ (अलवर,राजस्थान) रामगढ़ विधानसभा में भ्रष्टाचार के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हाल ही में गोविंदगढ़ कस्बे के एक आंगनवाड़ी केंद्रों में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है जहां पर आंगनवाड़ी सुपरवाइजर के द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से भुगतान करवाने के एवज में प्रति आंगनवाड़ी केंद्र के हिसाब से कार्यकर्ता से ₹1000 रिश्वत मांगने का मामला सामने आया है
यहां पर सबसे बड़े अचरज की बात यह है कि जहां रामगढ़ विधानसभा की विधायक स्वयं महिला सफिया जुबेर खान हैं वही गोविंदगढ़ की प्रधान रसनम गोपाल चौधरी भी महिला हैं और गोविंदगढ़ कस्बे की सरपंच उर्मिला अजय मेठी भी महिला है जहां पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को रिश्वत मांग कर प्रताड़ित किया जा रहा है
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा 15 अप्रैल 2021 को पोषण अभियान के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत लाभार्थियों गर्भवती महिलाओं ,धात्री माताएं, 0 से 6 वर्ष के बच्चों तथा किशोरी बालिकाओं को दी जाने वाली सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार समयबद्ध एवं वास्तविक समय निगरानी तथा पर्यवेक्षण सुनिश्चित कराने के लिए सूचना एवं संचार तकनीक को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पूर्व में संचालित आईसीडीएस - सीएएस के स्थान पर नवीन पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन विकसित किया गया जिसके अनुसार आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को अपना कार्य करना पड़ रहा है
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लेकिन गोविंदगढ़ पंचायत समिति क्षेत्र के गोविंदगढ़ कस्बे की आंगनवाड़ी पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा ₹50 के स्टांप पर लिखित में महिला एवं बाल विकास अधिकारी लक्ष्मणगढ़ को शिकायत दर्ज कराई गई जिसमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने बताया कि प्रत्येक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से ₹1000 की रिश्वत मांगी गई है जो कि पोषण ट्रैक्टर पर कार्य करने के एवज में मिलने वाली 3500 की सहायता राशि के एवज में मांगी गई
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के द्वारा आरोप लगाया गया कि जिन आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रति आंगनवाड़ी केंद्र के रूप में ₹1000 की रिश्वत दी, उनका भुगतान 28 मार्च को कर दिया गया लेकिन अन्य आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने जिन्होंने ₹1000 की रिश्वत नहीं दी उनके भुगतान रोक दिए गए जिसकी शिकायत उनके द्वारा महिला एवं बाल विकास अधिकारी लक्ष्मणगढ़ को की गई है