सरकार की अनदेखी कहे या उदासीनता: विधायक की अभिशंषा और ग्रामीणों के आंदोलन के बाद भी रायसिंहनगर क्षेत्र का एक भी स्कूल नही हुआ क्रमोन्नत
एक तरफ मनाया जा रहा शिक्षक दिवस वही कोसों दूर पढ़ने को मजबूर मासूम बच्चे,,, सरकार कर रही सत प्रतिशत शिक्षा का दावा वही ज्यादा दूरी होने के कारण पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हो जाते हैं अधिकतर बच्चे
श्रीगंगानगर के रायसिंहनगर क्षेत्र में स्कूलों को क्रमोन्नत करवाने के लिए चला स्कूलों पर तालाबंदी अभियान एवं विधायक की अभिसंषा भी राज्य सरकार की मंशा को नहीं बदल सके व राज्य सरकार द्वारा विद्यालय क्रमोन्नत करने की जो नई सूचियां जारी की गई उसमें रायसिंहनगर क्षेत्र की पूरी तरह से अनदेखी करते हुए एक भी विद्यालय को क्रमोन्नत नहीं किया गया, जिसको लेकर क्षेत्र के लोगों में भारी नाराजगी है , राज्य सरकार द्वारा 111 स्कूलों को उच्च माध्यमिक स्कूलों में क्रमोन्नत किया गया है, लेकिन उनमें से रायसिंहनगर क्षेत्र से एक भी स्कूल क्रमोन्नत नहीं हुआ है,
ज्ञात रहे कि स्कूल क्रमोन्नत को लेकर गांव ततारसर और बारांवाली में ग्रामीणों द्वारा स्कूल में तालाबंदी कर धरना लगाया गया था, जिसको लेकर पूर्व विधायक के आश्वासन के बाद ग्रामीणों द्वारा समाप्त किया गया था,
लोगों का कहना है कि पूर्व विधायक सोना देवी बावरी ने हमें आश्वासन दिया था कि जब भी स्कूल क्रमोन्नत की कोई लिस्ट जारी होगी तो उसमें आपके स्कूल क्रमोन्नत हो जाएंगे, पूर्व विधायक के इसी आश्वासन पर हमने धरना समाप्त किया था, पूर्व विधायक के आश्वासन पर धरना उठाने वाले ग्रामीण उनके गांव का स्कूल क्रमोन्नत नहीं होने पर अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं
वही वर्तमान विधायक बलबीर सिंह लूथरा का कहना है कि इनका कहना है:- विपक्ष में होने के बावजूद भी मैंने मंत्री जी से मुलाकात कर क्रमोन्नत होने वाले पात्र स्कूलों को क्रमोन्नत करने की मांग की थी, उच्च अधिकारियों, मंत्रियों को स्कूल क्रमोन्नत करने को लेकर पत्र भी लिखे, काफी विद्यालय ऐसे हैं जिनके लिए उच्च अध्ययन हेतु बच्चों को 3 से 5 किलोमीटर तक की दूरी तय करनी पड़ती है लेकिन हमारे द्वारा की अभिसंषा व ग्रामीणों द्वारा किए गया आंदोलन के बाद क्षेत्र का एक भी स्कूल क्रमोन्नत नहीं किया गया, यह सरकार की बढ़ती उदासीनता को दर्शाता है 19 सितंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में इस मुद्दे को उठाया जाएगा
कामरेड श्योपत राम मेघवाल का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा रायसिंहनगर क्षेत्र की लगातार उपेक्षा की गई है, कमजोर नेतृत्व के चलते रायसिंहनगर क्षेत्र का जो भी हिस्सा बनता था, उससे भी यह क्षेत्र वंचित रहा है, रायसिंहनगर क्षेत्र के सत्ताधारी पार्टी के जो प्रतिनिधि हैं, वह जन भावनाओं को सरकार तक पहुंचाने में नाकाम रहे हैं, जिसके चलते क्षेत्र का एक भी स्कूल क्रमोन्नत नहीं हुआ है, जिससे लोगों में भारी निराशा है , लोगों से दोबारा संपर्क कर फिर से आंदोलन खड़ा किया जाएगा
कालू थोरी (जिलाध्यक्ष अखिल भारतीय किसान सभा) का कहना है कि:- रायसिंहनगर क्षेत्र का एक भी स्कूल क्रमोन्नत नहीं होना यह दर्शाता है कि राज्य सरकार का रायसिंहनगर क्षेत्र की तरफ कोई ध्यान नहीं है, स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए आश्वासन मात्र आश्वासन ही रह गए
स्थानीय लोगों के यह सवाल सरकार से मांगते हैं जवाब
1- रायसिंह नगर क्षेत्र में विद्यार्थियों को नजदीक शिक्षा उपलब्ध नहीं करा सकती सरकार
2- क्या सरकार को ग्रामीणों के धरने व विधायक की अनुशंसा के बाद भी नहीं मिली विद्यालय क्रमोन्नत करने की मांग की सूचना
3- क्या खोखले आश्वासन देकर पूर्व विधायक ने करवाया था धरना समाप्त
- कहीं राजनीतिक कारणों की वजह से तो नहीं रुका विद्यालयों के क्रमोन्नत होने का प्रस्ताव
संजय बिश्नोई की खास रिपोर्ट