राजस्थान सरकार में यूडीएच मंत्री ने पार्टी फार्मुले पर उठाया सवाल फैसले करने वाले ही उस पर कायम नहीं तो वो हमसे क्या उम्मीद करें?
कोटा/ राजस्थान
कोटा में जिला स्तरीय कार्यशाला में राजस्थान सरकार में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने शीर्ष नेतृत्व के फैसलों पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि संगठन स्तर पर फैसला कर लेने के बाद हर हाल में उस पर कायम रहना चाहिए युवाओं को टिकट देना ठीक है लेकिन यह भी देखना पड़ेगा कि जिताऊ कौन है
गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी में मची खींचतान कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है राजस्थान में अलग-अलग दलों में बाटी पार्टी के नेता मौका मिलते ही एक-दूसरे पर निशाना लगा रहे हैं यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल भी एक बार फिर सुर्खियों में है गहलोत कैबिनेट की मीटिंग के दौरान शांति धारीवाल एवं शिक्षा मंत्री बी डी कल्ला के बीच गरमागरम बहस भी हो चुकी है
कोटा में मीटिंग के दौरान उन्होंने अपनी पार्टी के फार्मूले पर ही सवाल उठाते हुए कहा कि फैसला करने वाले ही उस पर कायम नहीं रहे तो फिर हम से क्या उम्मीद करें शांति धारीवाल शहर कांग्रेस की जिला स्तरीय कार्यशाला में उदयपुर नव संकल्प घोषणापत्र के क्रियान्वयन पर चर्चा कर रहे थे जिसमें दो बार हारे नेताओं को तीसरी बार टिकट नहीं देने पर वे अपनी बातें कह रहे थे उन्होंने कहा कि इन सभी बातों को देखना पड़ेगा इस तरीके के फैसले कभी होते नहीं पहले भी पाबंदी लगी थी कि दो बार हारे व्यक्ति को तीसरी बार टिकट नहीं दिया जाएगा कई लोगों के टिकट काट भी दिए गए लेकिन बीकानेर में नौबत आई तो बीडी कल्ला जी दो बार हारे हुए थे उन्हें तीसरी बार भी टिकट दे दिया फिर उन्हें क्यों दिया गया ? दूसरों को क्यों नहीं दिया गया ?
उन्होंने कहा कि इन चीजों पर फैसला होने चाहिए अगर पाबंदी नहीं रखोगे तो हम से क्या उम्मीद करोगे ?