108 कलशो से हुआ भगवान जगन्नाथ का जलाभिषेक भक्तो ने कमाया धर्मालाभ
राजगढ,अलवर (महेन्द्र अवस्थी)
राजगढ जन जन की आस्था के केन्द्र चौपड़ बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर पर प्रात:9बजे भगवान् जगन्नाथ का वैदिक मंत्रोचार के बीच 108 कलशों से जलाभिषेक कराया गया। जलाभिषेक के इस कार्यक्रम मे भारी संख्या मे भक्तजनो ने हिस्सा ले धर्म लाभ कमाया।मंदिर के मंहत पूर्णदास, मदनमोहन शास्त्री व पंडित रोहित शर्मा ने बताया कि भगवान् जगन्नाथ कलियुगी अवतार व कृपा के पात्र है वे भूमंडल पर सभी भक्तों की मनोकमाना पूर्ण करने वाले है। स्नान पूर्णिमा का विशेष महत्व बताते हुये कहाँ कि इस दिन स्नान के पश्चात भगवान 15 दिनों के लिये गर्भ गृह में चले जाते है
जहां उनकी विशेष पूजा अर्चना की जाती है व 15 दिनों के बाद 19 जून को भगवान गर्भ ग्रह से बाहर आकर अपने भक्तों को दर्शन देंगे। इसी दिन प्रातः काल 9:30 बजे नेत्रोत्सव व सांय 6:30 बजे चौपड़ बाजार स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से माता जानकी की सवारी गाजे बाजे के साथ गंगाबाग स्थित जगन्नाथ मंदिर पहुंचेगी।जहां मंदिर मार्जन एंव गणेश पूजन का कार्यक्रम आयोजित होगा। 20 जून को प्रातकाल 9:15 बजे दोज पूजन व 10:15 बजे जगन्नाथ जी महाराज का कंगन डोरा बांधने एंव हल्दी की रस्म निभाई जाएगी। इसी दिन सांय 8:30 बजे भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा धार्मिक आस्था के केंद्र चौपड़ बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर से गाजेबाजे के साथ निकाली जाएगी। इसी के साथ सात दिवसीय मेले का आगाज भी होगा। 24 जून को भगवान जगन्नाथ व माता जानकी का वरमाला महोत्सव, व 27 जून भगवान जगन्नाथ माता जानकी संग विवाह रचाकर रथ में आरूढ़ हो पुनः चौपड़ बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर लौट आएंगे। इसी के साथ सात दिवसीय मेले का समापन भी होगा। इस अवसर पर मेला कमेटी अग्ध्यक्ष महेंद्र प्रसाद तिवारी, एडवोकेट कन्हैयालाल लखेरा, हरिओम गुप्ता, चिराग सैनी, यादराम सैनी, पंडित हितेश जोशी, कुसुम शर्मा, गायत्री शर्मा, मीना खंडेलवाल, गुड्डी गुप्ता, कृष्णमुरारी शर्मा व मुकुल बढ़ाया मौजूद रहे।