मानव सेवा में अग्रणी अपना घर आश्रम सेवा संस्थान में पांच निशक्तों को मिला सहारा स्वागत-सत्कार से हुए अभिभूत
गुरला (भीलवाडा, राजस्थान/ बद्रीलाल माली) अपना घर आश्रम सेवा संस्थान ( वृद्धाआश्रम) बिजयनगर में बुधवार को अजमेर स्थित वृद्धाआश्रम से रैफर करके 5 निशक्त जनों को लाया गया।आश्रय देने के दौरान आश्रम संरक्षक मधुसूदन कानोडिया,अक्षत जैन को आमंत्रित किया। जैन ने आगंतुको का स्वागत सत्कार किया। उनका अपनापन देखकर आगंतुक भावविभोर हो गये। स्वागत के दौरान जैन ने कहा कि वे अपनी ओर से आश्रम में सेवाएं देने में तत्पर रहेंगे। आश्रम संरक्षक मधुसूदन कानोडिया ने बताया कि अब यहां 30 आवासी प्रभुजी हो गए हैं। इनकी 24 घंटे सेवा के लिए 3 अनुभवी सेवा साथी कार्यरत हैं। आवासी जन को प्रभुजी नाम से संबोधित किया जाता हैं। ये आवासी जन हमें सेवा का मौका दे रहे हैं, ये धन्यवाद के पात्र हैं। और आश्रम संरक्षक कानोडिया ने उन्हें विश्वास दिलाया कि उनकी हर सुख सुविधा का ध्यान रखा जाएगा और किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं होगा। वे हर संभव सहायता करेंगे। इसमें कोई कोर कसर नहीं छोड़ेंगे। इस दौरान आश्रम के प्रभू एंव सेवा साथी मौजूद थे।