राजस्व अधिकारियों की बैठक सम्पन्न: आमजन से जुड़े प्रकरणों का ततपरता से करे निस्तारण -जिला कलेक्टर
मेडतासिटी (नागौर, राजस्थान/ तेजाराम लाडणवा) नागौर जिला कलेक्टर पीयूष समारिया की अध्यक्षता में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक सम्पन्न हुई। जिला कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि संपर्क पोर्टल पर दर्ज प्रकरणों का निस्तारण कर आमजन को राहत पहुंचाएं। साथ ही उन्होंने डिजिटल सर्टिफिकेट की पेण्डेंसी को खत्म कर समस्त पात्र को लाभान्वित करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने विभिन्न लंबित विभागीय जांच के बारे में चर्चा करते हुए प्राथमिक जांच पेण्डेंसी शून्य करने, अवैध निर्माण व अतिक्रमण पर कार्यवाही करने के साथ ही राजस्व रेकॉर्ड का सुव्यवस्थित संधारण करने की बात कही।
बैठक में जिला कलेक्टर समारिया ने ग्रामीण क्षेत्रों मेें अधिकाधिक डेयरी बूथ आवंटित करने, पात्र व्यक्तियों का शत प्रतिशत कोविड टीकाकरण करवाने, सामाजिक सुरक्षा पेंशन व पालनहार योजना की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने खाद्य सुरक्षा योजनांतर्गत फायदा उठाने वाले सरकारी कर्मचारियों से वसूली करने एवं रिकवरी न होने पर उनके मूल विभाग को लिखकर सुदृढ मॉनिटरिंग में लक्षित वसूली सुनिश्चित करने की बात कही। वहीं जिला कलेक्टर ने ब्लॉक स्तर पर बनी हुई कमेटियों व टास्क फोर्स की नियमित रूप से बैठक करवाने के निर्देश दिये।
बैठक के दौरान जिला कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों की बैठक में डीआइएलआरएमपी, भूमि आंवटन व संपरिवर्तन, नामान्तरकरण, सीमाज्ञान, पत्थरगढ़ी, फौजदारी मामले, धारा 91 के तहत अतिक्रमण के मामले व इजराय की स्थिति, पीएलपीसी में दर्ज प्रकरण, फसल खराबा गिरदावरी रिपोर्ट, कृषि आदान-अनुदान, खाद्य सुरक्षा योजना में अपात्र व्यक्तियों के नाम विलोपन की समीक्षा कर अधिकारियों को लक्ष्यानुरूप प्रगति सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया।
जिला कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को फसल कटाई प्रयोग में लक्ष्यानुरुप कार्य निष्पादन कर प्रगति लाने तथा पूर्व में खरीफ फसल खराबा की रिपोर्ट तैयार करने के निर्देष दिए। साथ ही सभी ब्लाॅक स्तरीय अधिकारियो ंको ब्लॉक स्तर पर समय समय पर बैठक आयोजित कर जनसुनवाई के माध्यम से अधिक से अधिक प्रकरणों का निस्तारण करने के भी निर्देष दिए तथा भूमि कंवर्जन के प्रकरणों का निस्तारण कर रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने के लिए भी निर्देषित किया।
इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि ब्लॉक लेवल के प्रकरणों का निस्तारण संबंधित ब्लॉक अधिकारी करें, ताकि पीड़ित परिवारों को जिला मुख्यालय तक चक्कर न काटने पड़े। साथ ही गंभीर प्रकरणों में तीव्रता रखते हुए सही समय पर निस्तारण करें। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर मोहनलाल खटनावलिया, अतिरिक्त जिला कलेक्टर डीडवाना रिछपाल सिंह बुरडक, सहायक कलेक्टर रामजस बिष्नोई सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी एवं जिलेभर के उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार व राजस्व विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।