मेवाड़ फिर राजस्थान की सियासत का केंद्र बना : भाजपा के सीपी जोशी बने प्रदेशाध्यक्ष
उदयपुर।(राजस्थान/मुकेश मेनारिया)
मेवाड़ फिर से प्रदेश की सियासत का केंद्र बन गया है। नाथद्वारा से कांग्रेस विधायक डॉ. सीपी जोशी विधायक और सांसद केंद्र के मंत्री बने थे। लेकिन अब भाजपा में चित्तौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को राजस्थान भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इससे पहले जोशी भाजपा युवा मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष भी रह चुके है और वर्तमान में प्रदेश भाजपा के उपाध्यक्ष थे। उनकी भाजपा में हुए प्रमोशन चित्तौडग़ढ़ में हर्ष की लहर है। छात्र राजनीति से अपना राजनीतिक जीवन शुरू करने वाले जोशी भदेसर पंचायत समिति में उपप्रधान रहे। उसके बाद वे भाजपा के जिलाध्यक्ष बने। जिलाध्यक्ष रहते हुए उन्हें पार्टी ने चित्तौडग़ढ़ से सांसद का टिकट देकर चुनाव लड़ाया गया। इसके बाद फिर दूसरी बार भी पार्टी ने उन्हें चित्तौडग़ढ़ से अपना प्रत्याशी बनाया। लगातार दो बार से वे चित्तौडग़ढ़ के सांसद है। जोशी के प्रदेश अध्यक्ष बनने से जहां चित्तौडग़ढ़ में हर्ष की लहर है। भाजपा में सीपी जोशी का प्रदेशाध्यक्ष बनना इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी क्षेत्र में मोहनलाल सुखाड़िया, हरिदेव जोशी, हीरालाल देवपुरा, शिवचरण माथुर मुख्यमंत्री रहे हैं। इसके बाद गुलाबचंद कटारिया, सुंदरसिंह भंडारी भी भाजपा में बड़ पदों पर रहे हैं।
सीपी जोशी को प्रदेशाध्यक्ष बनाकर भाजपा ने अपनी रणनीति तय कर दी है। हाल ही में जयपुर में हुई ब्राह्मण महापंचायत की अगुवाई में शामिल सीपी जोशी को यह जिम्मेदारी सौंपी है। राजस्थान की कई सीटों पर प्रभावी भी हैं। जोशी को प्रदेशाध्यक्ष बनाकर भाजपा ने युवाओं के हाथों में कमान सौंपे जाने का संदेश दिया है। इससे लगता है कि आने वाले विधानसभा चुनावों में युवाओं को मौका मिलना तय है, लेकिन भाजपा अनुभव को भी नहीं छोड़ने वाली है। गत दिनों घनश्याम तिवाड़ी को राज्यसभा सांसद बनाकर भाजपा ने यह भी संदेश दिया है। यह तैयारी लोकसभा चुनाव 2024 की है। राजस्थान विधानसभा चुनावों में समीकरण बदलेंगे तो लोकसभा के समीकरण बदलेंगे। राजस्थान में भाजपा की सियासत में वसुंधरा राजे,सतीश पूनिया, राजेंद्र राठौड़ जैसे नेताओं का भी भविष्य तय होना है। अब भी राजस्थान में भाजपा की सियासत पर कोहरा छाया हुआ है। कुछ बादल और छंटने बाकी हैं। वहीं मेवाड़ की राजनीति में भी हलचल तेज हो गई है।