राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी कविता दीदी का रूस में हुआ भव्य स्वागत: भ्रमण कर लौटी अपने देश
वैर (भरतपुर, राजस्थान/ कौशलेंद्र दत्तात्रेय) ब्रह्मा कुमारीज के आगरा सबजोन की सह प्रभारी तथा स्थानीय सेवा केंद्र मुख्य प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्मा कुमारी कविता बहन प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय आबू पर्वत की भगिनी संस्था राजयोग शिक्षा एवं शोध संस्थान के महिला के महिला प्रभाग के 50 वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी शिक्षिकाओं के एक दल के साथ महिला प्रभाग की अध्यक्षा राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी चक्र धारी दीदी के नेतृत्व मैं गत दिवस दस दिवसीय रूस भृमण पर मॉस्को एवं सेंटपीटरश्वर्ग गई यह सभी बहिंनें भारत के विभिन्न 12 राज्यों से थी मास्को पहुँचने पर रूस के ब्रह्मा कुमारीज परिवार द्वारा इनका भव्य स्वागत किया गया मॉस्को सेवाकेंद्र की प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सुधा बहिन द्वारा सभी का शब्दों से स्वागत किया गया सेवा हेतु पहुंची सभी बहिनों को विजय का तिलक लगाकर सुंदर स्कार्फ से सजाया गया
उसके बाद सभी का ग्रुप फोटो हुआ जिसकी भव्यता समस्त संसार को पवित्रता एवं दिव्यता का दर्शन कराने वाली थी। इस अवसर पर मास्को के ब्रह्मा कुमारी एवं ब्रह्माकुमार बहन भाइयों द्वारा एक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया l इस कार्यक्रम के अंतर्गत वंदे मातरम नृत्य प्रस्तुत किया गया जो ईश्वरीय यज्ञ में परम ज्योति परमात्मा के प्रति समर्पित होने वाली आत्माओं को संपूर्णता की ओर ले जाने वाले आध्यात्मिक पुरुषार्थ की भव्यता को दर्शा रहा था l
दिव्य अतिथियों ने भारतीय रूस के नृत्यओं का भी आनंद लिया और उसके परंपरागत नृत्य के साथ बांसुरी वादन परमपिता परमात्मा द्वारा बजाई गई आध्यात्मिक ज्ञान की मुरली की याद दिला रहा था l जिससे स्वर की स्थापना होती है जहां सभी आत्माएं देवी देवताओं के रूप में उमंग उत्साह एवं प्रसन्नता में नृत्य करती रहती हैं l
उक्त प्रस्तुतियों के मध्य रूस के भाता अलेक्सी तथा बहन माया जीत भारत के उन 12 राज्यों की विशेषताओं को बता रही थी जिनकी बहनें उक्त दल में शामिल थी l भ्रमण पर गए महिला प्रभाग के सभी सदस्यों द्वारा एक स्वर से मास्को के ब्रम्हाकुमारी सेवा केंद्र जो विश्व का प्रकाश स्तंभ जिसे रूसी भाषा में MAYOR MIRA कहते हैं को अनोखा बताया।। इस कार्यक्रम में रूस की एलिना एवं लैरिसा बहनों द्वारा प्रस्तुत ''जीवन के दाता'' गीत के साथ प्रस्तुत नृत्य से संपन्न हुआ l
सांयकालीन दिव्य संध्या कार्यक्रम आयोजित किया गया इस कार्यक्रम में सभी ने अपने आप को स्वर्णिम युग में होना अनुभव करते हुए उसी प्रकार की वृत्ति ,दृष्टि, एवं चलन का प्रदर्शन का अनुभव किया l इसके बाद यह ग्रुप भारत की वरिष्ठ ब्रम्हाकुमारी शिक्षिकाओं का यह दल 31 अगस्त 2022 को सांयकाल रूस के दूसरे प्रसिद्ध शहर सेंट पीटर्स वर्ग के ब्रम्हाकुमारी सेवा केंद्र पहुंचा जहां उन्हें लाइट हाउस एवं जी सी एच भवन में ठहराया गया।सेंट पीटर्स वर्ग सेवा केंद्र की निदेशिका ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी ने सभी ब्रह्माकुमार , ब्रह्माकुमारी बहिनों के स्वागत हेतु सेवा केंद्र के डायमंड हॉल में सुहाना संगम नाम में स्वागत कार्यक्रम आयोजित किया गया
दिनांक 3 सितंबर 2022 की साय काल 6:00 से 8:00 बजे तक रूस एवं भारत की महिला नेत्रियों के लिए बदलते हुए सामाजिक सांस्कृतिक आध्यात्मिक परिवेश में महिलाओं द्वारा आत्मानुभूति एवं उनके कर्तव्य विषय पर कार्यक्रम रखा गया जिसमें ब्रह्माकुमारी संतोष दीदी द्वारा कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला गयाl श्रीमती रेशमा आरोस जो सेंट पीटर्स वर्ग में भारत की कन्सलेट जनरल है द्वारा शुभकामनाएं दी गई
यूनियन ऑफ वूमेन ने रूस की महिला संघ की अध्यक्ष श्रीमती ऐलेना के द्वारा भी शुभकामना दी गई , अरबी जॉन सीना सांस्कृतिक ग्रुप द्वारा रूसी भाषा के गीत में '' इस वृहद संसार को अपनी भुजाओं में समा लूंगी'' के साथ ग्रामीण नृत्य प्रस्तुत किया गया। इसके पश्चात ''तू ही शक्ति है'' नामक वीडियो दिखाया गया
सीनियर सिस्टर दीदी चक्रधारी, दीदी सविता , दीदी संतोष, दीदी शारदा ,दीदी गीता, दीदी अनीता एवं दीदी हेमलता ,दीदी कविता ,को स्टेज पर बिठाकर परमात्मा को याद किया गया साथ ही उक्त सीनियर बहनों के साथ संतोष दीदी द्वारा परिसंवाद किया गया ,सेंट पीटर्स वर्ग के मुख्य अतिथियों तथा निकट संपर्क के अतिथियों द्वारा शुभकामनाएं दी गई राजयोगिनी ब्र.कु. कविता बहन द्वारा राजयोग का अभ्यास कराया गया l