भरतपुर धौलपुर के दो हजार छात्रों का रिजल्ट अटका:डिप्रेशन में स्टूडेंट्स
वैर भरतपुर राजस्थान ( कौशलेंद्र दत्तात्रेय)
महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय और निजी कॉलेज के विवाद में भरतपुर और धौलपुर जिले के करीब 2000 स्टूडेंट का फर्स्ट ईयर, सेकंड ईयर ,और थर्ड ईयर का परीक्षा परिणाम रुका हुआ है इन स्टूडेंट्स ने पूरी फीस के साथ निजी कॉलेजों में जाकर प्रैक्टिकल व पेपर दिए, लेकिन अगस्त का एक तिहाई महीना बीतने के बाद भी यूनिवर्सिटी ने करीब आठ निजी कॉलेजों के परिणाम जारी नहीं किए हैं ।इसको लेकर इन कॉलेज में पढ़ने वाले स्टूडेंट अब डिप्रेशन में है। क्योंकि परीक्षा का परिणाम जारी नहीं होने के कारण न ही वे दूसरी क्लासों में एडमिशन ले पा रहे हैं और ना ही बीएड की काउंसलिंग में शामिल हो पाए हैं। ऐसे में परिजनों को बच्चों की भविष्य की भी चिंता सताने लगी है। वही यूनिवर्सिटी और कॉलेज प्रशासन एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगा रहे हैं जबकि छात्रों के भविष्य को लेकर कोई गंभीर नजर नहीं आ रहा है। वही स्टूडेंट के परिणाम को लेकर निजी कॉलेजों का प्रशासन यूनिवर्सिटी के चक्कर लगा रहा है लेकिन उन्हें बीसी के छुट्टी का हवाला देकर बैरंग वापस लौटा दिया जाता है।
कांलेजों ने समय पर नहीं दी एनओसी तो परिणाम रोका
ब्रज यूनिवर्सिटी के कुलसचिव एके पांडे का कहना है कि निजी कॉलेजों को कॉलेज आयुक्तालय से एनओसी लेकर यूनिवर्सिटी को जमा कराना होता है ।लेकिन कई कालेजों ने समय पर एनओसी नहीं भेजी है। इसके कारण उन कांलेज के स्टूडेंट्स के परीक्षा परिणाम रोके गए हैं।
कॉलेजों को फीस दी, विश्वविद्यालय परीक्षा कराई ,हमें परेशानी क्यों
छात्रों के परिजनों का कहना है कि हमने कॉलेजों को पूरी फीस दी, यूनिवर्सिटी ने परीक्षा भी करा दी लेकिन अब रिजल्ट रोककर कर हमें क्यों परेशान किया जा रहा है ।निजी कॉलेजों और यूनिवर्सिटी के विवाद में उनके बच्चों का पूरा साल बर्बाद हो रहा है। परिजनों का कहना है कि वे इसे किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं करेंगे।
पूरे मामले को परीक्षा नियंत्रक की ओर से संज्ञान में लाया गया है। प्रबंध मंडल की ओर से स्टूडेंट्स के हित में कोई न कोई निर्णय अवश्य लिया जाएगा। - एके पांडे, कुलसचिव, महाराज सूरजमल बृज विश्वविद्यालय, भरतपुर