चौकीदार को बंधक बना बिजली निगम में लूट प्रकरण: पुलिस ने चार लुटेरे किए गिरफ्तार
अंतरराज्यीय गैंग के चार अभियुक्त गिरफ्तार, लूटी गई पिकअप, काॅपर व वारदात में प्रयुक्त देशी कट्टा बरामद जिला साइबर सेल व लालसोट पुलिस की संयुक्त बड़ी कार्रवाई
विद्युत निगम कार्यालय डीडवाना लूट का पर्दाफाश, ट्रांसफॉर्मर व वाहन ले गए थे बदमाश, सहायक अभियंता 2 कार्यालय में हुई थी वारदात
लालसोट (दौसा, राजस्थाम/ अवधेश अवस्थी) लालसोट के डिडवाना विद्युत कार्यालय से 31 जनवरी की रात को अज्ञात मुलजिमान गार्ड राजेंद्र सैनी को देशी कट्टे की नोंक पर बंधक बनाकर वहां रखे ट्रांसफार्मर के काॅपर व पिकअप को लूट कर ले गए थे। जिसका मामला लालसोट पुलिस थाने में दर्ज होने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लालचंद कायल, पुलिस उपाधीक्षक लालसोट शंकर लाल मीणा एवं थाना प्रभारी अंकेश कुमार घटनास्थल का मौका मुआयना कर विभिन्न टीमों का गठन कर जिला साइबर सेल को भी मौके पर बुलाया गया तथा मौके से साक्ष्य संकलन कर अलग-अलग थानों की टीमों का गठन किया जा कर अज्ञात मुलजिमान को चिन्हित कर उन्हें गिरफ्तार करने व शत-प्रतिशत माल बरामदगी हेतु आवश्यक निर्देश प्रदान किए गए। अनिल कुमार बेनीवाल पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटनास्थल निरीक्षण से व तरीका वारदात से यह आभास हो गया था कि उक्त वारदात किसी बाहरी गैंग द्वारा ही अंजाम दिया गया है जिस पर उक्त घटना को चैलेंज के रूप में लेते हुए अज्ञात मुलजिमान को नामजद करने व उन्हें गिरफ्तार कर शत-प्रतिशत बरामदगी करने हेतु मौके पर ही जिला साइबर सेल दौसा, पुलिस थाना लालसोट, पुलिस थाना रामगढ़ पचवारा, पुलिस थाना बसवा की चार टीमों का गठन कर कार्य का विभाजन कर संपूर्ण टीम सदस्यों को प्रथक प्रथक सादे वस्त्रों में सुनियोजित तरीके से तथा निवर्तमान पुलिस संसाधनों का पूर्ण प्रयोग करते हुए व सभी एंगल पर कार्य करते हुए एक टीम द्वारा स्वयं की पहचान छुपाकर इलाका क्षेत्र का बंटवारा कर उसमें भ्रमण कर आसूचना संकलन करने हेतु नियोजित किया गया। साथ ही दूसरी टीम द्वारा बाहरी जिलों में इस प्रकार की वारदात करने वाले सक्रिय अपराधियों की जानकारी एकत्रित करने हेतु रवाना किया गया तथा तीसरी टीम द्वारा तकनीकी संसाधनों के आधार पर एनालाईसीस कर मुलजिमानो को चिन्हित करने हेतु नियुक्त किया गया तो चौथी टीम द्वारा राजस्थान के बाहर की गैंग जिनके द्वारा इस प्रकार की वारदात की जाती है उनका रिकॉर्ड खंगाला जाकर उस पर कार्य किया गया। जिस पर टीम के सदस्यों ने एक दूसरे से सामंजस्य स्थापित कर अज्ञात मुलजिमान को चिन्हित किया जा कर विशेष टीम के सदस्यों को चिन्हित मुलजिमान की तस्दीक हेतु व उनकी आमशौहरत का मालूमात करने हेतु मेवात क्षेत्र में रवाना किया गया तो आमशौहरत खराब होने की जानकारी मिली। जिस पर उक्त संदिग्धों की निगरानी हेतु उनके घरों के आसपास लगातार निगरानी रखी जाकर अंकेश कुमार थानाधिकारी लालसोट, दारासिंह उप निरीक्षक थानाधिकारी बसवा, प्रदीप राव हेड कांस्टेबल प्रभारी साइबर सेल दौसा के नेतृत्व में गठित टीमों द्वारा भरतपुर व अलवर में अपराधियों के स्थित संभावित ठिकानों पर दबिश दी जाकर वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य अभियुक्त वारिश उर्फ शक्का निवासी लादियाका नगर भरतपुर को गिरफ्तार किया गया तथा उससे कड़ी पूछताछ की जाकर उनके कब्जे से लूटी गई पिकअप, काॅपर तथा वारदात में प्रयुक्त देसी कट्टा 315 बोर बरामद करने में सफलता अर्जित की। साथ ही लूटा गया काॅपर खरीदने वाले फतेह मोहम्मद उर्फ फती निवासी गाजूगा पहाड़ी भरतपुर हाल निवासी बग्गड तिराहा अलवर को भी गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारशुदा मुलजिमान से कड़ी पूछताछ जारी है तथा अन्य वारदातें खुलने की पूर्ण संभावना है। पुलिस अधीक्षक बेनीवाल ने बताया कि गिरफ्तार चार अभियुक्तों में वारिस उर्फ शक्का पुत्र हनीफ मेव निवासी लादियाका पुलिस थाना नगर जिला भरतपुर, मोहब्बत पुत्र शुब्बा मेव निवासी ककराली पुलिस थाना सदर अलवर, अफसर खां उर्फ हप्पी पुत्र इलियास खां निवासी लादियाका थाना नगर जिला भरतपुर एवं फतेह मोहम्मद उर्फ फती पुत्र चोखा जाति मूल निवासी गाजूगा थाना पहाड़ी जिला भरतपुर हाल बगड़ तिराहा पुलिस थाना उद्योग नगर अलवर को गिरफ्तार किया गया। मुलजिमानों द्वारा राजस्थान के जयपुर, अलवर, अजमेर, नागौर, दौसा, भरतपुर व हरियाणा के विभिन्न जिलों में वारदात करना स्वीकार किया है। जिस पर अनुसंधान जारी है। उन्होंने बताया कि मुलजिमान को न्यायालय में पेश किया गया जहां से 15 फरवरी तक पुलिस अभिरक्षा पर है। उन्होंने बताया कि इस मामले के खुलासे में प्रदीप कुमार हेड कांस्टेबल प्रभारी साइबर सेल दौसा की महत्वपूर्ण भूमिका रही। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस टीम को सराहनीय कार्य करने पर पुरस्कृत किया जाएगा।