पवित्र मनन दीप करेगा वाराणसी में करेगा अपने 27 वें ध्यान साधना शिविर का आयोजन
ध्यान साधना शिविर से मनुष्य को हीरे जैसा जन्म मिलता है - गुरुदेव भास्कर
कोटकासिम (अलवर, राजस्थान/ संजय बागड़ी ) पवित्र मनन दीप के तत्वाधान में भूतेश्वर मंदिर के प्रांगण में आयोजित ज्ञान यज्ञ में प्रवचन करते हुए राष्ट्रवादी संत भास्कर भारद्वाज ने कहा कि पवित्र मनन दीप का 27 वां ध्यान साधना शिविर शिव भोलेे कि पावन नगरी वाराणसी जिसको प्राचीन समय में वाराणसी के नाम से जाना जाता था उसी में 7 मार्च से लगेगा।
- शिविर में जाने वाले ध्यान साधकों के नामों की बनाई गई सूची
बैठक में गुरुदेव ने कहा कि जिसका अपने जीवन में कोई विशेष उद्देश्य हो वो लोग ही इस शिविर में चल सकते हैं। बैठक के दौरान शिविर में चलने वाले लोगों का नाम भी लिखा गया। गुरुदेव ने कहा कि ध्यान साधना शिविर से एक और हमें शारीरिक और मानसिक ऊर्जा प्राप्त होती है वहीं असाध्य कष्टों से मुक्ति भी मिलती है। दूसरी ओर हम प्रभु पथ की ओर बढ़ने शुरू हो जाते हैं तो हमें नया जीवन मिलना शुरू हो जाता है और हमें हीरे जैसा अनमोल जीवन प्राप्त होता है।
- चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर देश के दीवाने को किया याद
गुरुदेव ने सत्संग परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर कुछ मिनट के लिए मौन धारण कर चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर देश प्रेमी शेखर को नमन किया और कहा कि ऐसे राष्ट्रभक्त सदियों में कभी कभी जन्म लेते हैं।
- कुछ गूढ़ रहस्यों से उठाया जाएगा पर्दा ओर कुछ अनसुलझे सवालों का दिया जाएगा शिविर के दौरान जबाव
गुरुदेव ने आगे कहा कि शिविर के दौरान किस प्रकार क्रोध को नियंत्रित कर सकते हैं? मोह से छुटकारा कैसे पाएं? विलक्षणता कैसे प्राप्त करें? और जीवन में सफलता कैसे मिले? आदि अनेक सवालों पर चर्चा और ध्यान साधना की जाएगी। वहीं शिव जी भगवान की विशेष साधनाएं भी कराई जाएगी, जिससे असाध्य कष्टों से मुक्ति मिलेगी और महादेव की विशेष दया हम पर होनी शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा ध्यान साधना से हमें प्रभु चरणों में स्थान तो मिलता ही है उसके साथ साथ हमारे अंदर विलक्षणता आनी शुरू हो जाती है ओर हमारे भीतर गुण जागने लग जाते हैं। हमें दिव्य जीवन मिलना शुरू हो जाता है। इस दौरान सत्संग परिवार सहित नगर जन मौजूद रहे।