भागवत श्रवण से ही मिलती है मुक्ति ......पं श्रीहरि
उदयपुरवाटी / बुगाला / सुमेर सिंह राव
गांव के रावणा राजपूत भोमिया मंदिर में चल रही कथा के दूसरे दिन वृंदावन के पंडित श्रीहरि ने मंगलाचरण, शिव पार्वती विवाह व परीक्षित जन्म की कथा का सुंदर वर्णन किया।उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य को मृत्यु के भय से दूर कर देती है। यह एक जीवन दर्शन ग्रंथ है।यही जीवन जीने की कला का मार्गदर्शन करता है।भागवत की भक्ति का आदर्श कृष्ण की गोपियां हैं जिन्होंने न घर छोड़ा ओर न वन में गई तथा स्वधर्म का त्याग भी नहीं किया फिर भी वे भगवान को प्राप्त कर सकीं।महाराज ने कहा कि भागवत ज्ञान वैराग्य को जागृत करने की कथा है।ज्ञान और वैराग्य मनुष्य के अंदर ही हैं परन्तु सोए हुए हैं।भागवत के अलावा अन्य कोई ग्रंथ नहीं है जो मनुष्य मात्र को सात दिन में मुक्ति का दिखा सके।इससे पूर्व मुख्य यजमान सुरेश रावणा राजपूत दंपत्ति ने व्यासपीठ की पूजा अर्चना की।इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ रही।