सफाईकर्मियों का अधिशाषी अधिकारी कार्यलय के बाहर जमकर नारेबाजी व विरोध प्रदर्शन
राजगढ़,अलवर (महेन्द्र अवस्थी)
राजगढ़ नगर पालिका सफाईकर्मियों ने अपनी अनेक मांगो को लेकर पालिका अधिशाषी अधिकारी कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया। बाल्मीकि समाज के सफाईकर्मियों ने गैर वाल्मीकि समाज के नियमित सफाई कर्मियों को अपने मूल के अनुरूप सफाई कार्य कराने एंव ठेके पर लगे सफाई कर्मियों को समय पर भुगतान की मांग की। उन्होंने प्रदर्शन कर अधिशाषी अधिकारी जगदीश खीचड़ को चेताते कहा कि जब तक गैर वाल्मीकि समाज के सफाई कर्मी हमारे साथ सफाई का कार्य नहीं करेंगे तब तक वे भी कार्य का बहिष्कार करेंगे।अखिल भारतीय सफाई मजदूर संघ की इंदिरा देवी ने बताया कि 2018 की भर्ती में राजगढ़ में करीब 63 सफाईकर्मियों की भर्ती हुई थी। इनमें कई सफाई कर्मी गैर बाल्मीकि समाज से है जो नगरपालिका प्रशासन की कथित मिलीभगत से सफाई का काम नहीं कर रहे हैं जिन्हें अपने मूल काम से हटाकर अन्य विभागों में दूसरे काम पर लगा रखा है।
पालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण शहर की सफाई व्यवस्था बाधित हो रही है। मुकेश सारसर ने बताया कि ठेके पर सफाइकर्मचारियो के 130 का टेंडर हुआ जिसमें से मात्र 82 लोगो को ही काम दिया गया जबकि 48 को इस प्रक्रिया से बाहर किया हुआ है। सफाई कर्मियों का कहना था कि बाल्मीकि समाज के लोग ही काम कर रहे है व उन्हें ही बार-बार नोटिस देकर हटाने की धमकी दी जाती है। उन्होंने कहा कि एक तो समय पर वेतन नही दिया जा रहा बल्कि आवाज उठाने पर उन्हें ही कार्य से हटा दिया जाता है। प्रदर्शन के दौरान जब ईओ से सफाइकर्मचारियो ने कर्मचारियों से बाहर आकर बात करने को कहा तो उन्होंने मना कर दिया। इससे नाराज सफाईकर्मियो ने ईओ के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। सबसे बड़ी बात यह रही इस दौरान अनेक पार्षद भी वहां मौजूद थे लेकिन किसी ने भी सफाईकर्मियों को समझाने का प्रयास तक नही किया। बल्कि चुप्पी साधे रहे. इस पूरे मामले की खबर चलने व सफाईकर्मियों के विरोध के बाद मूल कार्य पर नही जा रहे करीब 20 सफाईकर्मियों को 17 सीसी के तहत नोटिस भी जारी किया गया है। इसे लेकर सफाईकर्मी, वैश्य महिला समिति एंव लॉयन्स क्लब सहित अनेक सामाजिक संगठनों ने पालिका में स्थायी ईओ व स्थायी स्वास्थय निरीक्षक लगाए जाने की मांग की है। इस मौके पर अनेक महिला-पुरुष सफाइकर्मी मौजूद रहे।