प्राकृतिक खेती में अवसर के लिए श्रीअन्न (मिलेट्स):ग्लोबल मिलेट्स ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस का सीधा प्रसारण
रामगढ ,अलवर (राधेश्याम गेरा)
कृषि विज्ञान केंद्र नौगांवा में, मिलेट्स पर चल रही ग्लोबल मिलेट्स ऑनलाइन कॉन्फ्रेंस का सीधा प्रसारण किया गया। जिसमें प्रधानमंत्री मोदी ने मिलेट्स के बारे में जानकारी दी। मिलेट्स को श्रीअन्न का दर्जा दिया गया । प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि लगभग 75 लाख किसान हमसे इंटरनेट के माध्यम से जुड़े हुए हैं |
कृषि विज्ञान केंद्र नौगांवा से 150 कृषक, कृषक महिलाएं और युवा इस कार्यक्रम से जुड़े और साथ ही श्रीअन्न मिलेट्स फसलों के बारे में जाना और उनके पोषण संबंधित महत्व को समझा, साथ ही साथ केंद्र से डॉक्टर पूनम (प्रसार शिक्षा विशेषज्ञ) ने सभी को बताया कि मिलेट्स की खेती पर्यावरण के प्रतिकूल प्रभाव में भी आसानी से की जा सकती है। तथा यह अन्य खाद्य फसलों की अपेक्षा कम जल जल मांग वाली फसल होती है जिससे इनका कार्बन उत्सर्जन भी कम होता है। मिलेट्स में कम रसायनों का उपयोग होता है तो मिलेट्स हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ हमारी मृदा के स्वास्थ्य के लिए भी उपयुक्त फसल है|
कार्यक्रम में केंद्र से डॉक्टर विकास आर्य (पशु विशेषज्ञ) डॉक्टर हंस राम माली (शस्य विशेषज्ञ) और डॉ रामेश्वर (पूर्व प्राचार्य क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र नौगावा) तथा डॉ सुमन खंडेलवाल (अधिष्ठाता) कृषि महाविद्यालय नौगांव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंत में सभी प्रतिभागियों को बाजरे (श्रीअन्न) से बना भोजन खिलाया गया और इसी के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।