मेवाड़ की आस्था का संगम पंढरपुर महाराष्ट्र की पुण्यधरा पर
गुरला / बद्री लाल माली - श्रीवल्लभ संकीर्तन सेवा संघ परिवार भीलवाड़ा राजस्थान के पावन तत्वावधान में विगत 3 दिनों से श्रीपंढरपुर धाम,महाराष्ट्र में आयोजित हो रही श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव में कथाव्यास गौवत्स पंडित विष्णुश्री कृष्णतनय जी महाराज शक्करगढ़ वालों के श्रीमुख से वाचन किया जा रहा है जिसमे व्यास जी ने कहा कि श्रीविट्ठलनाथजी भगवान महाराष्ट्र की भूमि पर भक्तों के संग लीला करने पधारे और भक्त पुंडलिक के द्वारा प्रदान की गई ईट पर विराजमान हो गए। पंढरपुर की महिमा को लेकर कहा कि जैसे तिरुपति में कंचन ब्रह्म हैं और जगन्नाथ में अन्नब्रह्म है उसी प्रकार यहाँ नाद ब्रह्म हैं। कथा में भीलवाड़ा जिले के भक्तों के साथ साथ स्थानीय भक्त भी पूर्ण रूप से अपनी सहभागिता निभा रहे हैं और आज कथा में भीलवाड़ा जिले के पूर्व जिला कलेक्टर श्री महावीर शर्मा भी उपस्थित हुये।