50 वर्षों से भटक रहे किसानो के चेहरे खिले: कृषि भूमि का शिविर में हुआ बटवारा
पहाड़ी (भरतपुर, राजस्थान/ भगवानदास) पहाडी़ के उपखण्ड पर भैसेडा गाँव में लग रहे महगाई राहत शिविर एंव प्रशासन गांव के संग अभियान में शुक्रवार को तहसीलदार अनील कुमार ने सामुहिक खाते के बटवारे के लिए 50 वर्षो से भटक रहे किसानो की आपसी समझाइस के बाद तत्काल जमीन का सहमति बटवारा के विभाजन प्रपत्र स्वीकार कर राहत प्रदान की गई है।किसानो ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सरकार व अधिकारियो का आभार व्यक्त किया है।
तहसीलदार अनील कुमार ने बताया है कि भैसेडा शिविर मेंं महेन्द्र सिह पुत्र हुकमसिह गूर्जर इधर उधर भटक रहा था।नजर पडने पर उसे बुलाकर परेशानी का कारण पूछा तो उसने बताया की उसके व उसके चाचाओं के नाम ग्राम भैसेडा में लगभग 40 बीघा सामलात की कृषि भूमि है। जिसके बंटवारे के लिए लम्बे समय से परेशान होता रहा है। लेकिन उसका बटवारा नही हो पा रहा है। जबकि सभी अलग अलग खेतो पर काबिज होकर कृषि कार्य कर रहे है।तहसीलदार अनील कुमार तत्काल भू-अभिलेख निरीक्षक राकेश शर्मा,हल्का पटवारी विपुल शर्मा व अन्य सह खातेदारो को बुलाकर समझाइस की गई। सभी ने सहमति देने पर तत्काल शिविर में विभााजन प्रपत्र तैयार कर गवाहो के आधार पर विभाजन स्वीकृति प्रदान कर दस्तावेज किसानो को सौप दिए गए।यह बटवारा करीब 50 वर्षो से लम्बित पडा हुआथा। सभी खातेदारो के चेहरे खिल उठे जो बार बार सरकार व अधिकारियो का अभार व्यक्त कर रहे थे। शिविर मे यह कार्य चर्चा का विषय बना रहा है।