त्योहार पर मिलावट का खेल बिगाड़ सकता है सेहत,धोखे का हो रहा है खुला सोदा
उदयपुर।(मुकेश मेनारिया)
दिवाली के त्योहार पर खाद्य पदार्थों में मिलावटखोरी का धंधा शुरू हो गया है। दूध से लेकर घी और मिठाइयों में खूब मिलावट की आशंका जताई जा रही है।
मिठाइयों में घातक रसायनों की मिलावट की जा रही है। यह सेहत के लिए बेहद खतरनाक हैं। चमकीली दाल और चटकदार प्रतिबंधित रंगों की मिठाइयां, मसालों में लेड क्रोमेट व सूडान डाई खाद्य पदार्थों के साथ पेट में पहुंच रही हैं, जो कि कैंसर, अल्सर व पेट संबंधी घातक बीमारियां सौगात में दे रही हैं। इन मिलावटी खाद्य पदार्थ से बेखबर लोग इनका प्रयोग कर बीमारी के शिकार हो रहे हैं। मिलावट खोर चांदी कूटने के नाम पर शहर वासियों को बांट रहे हैं गंभीर बीमारियां हर खाद्य पदार्थ में मिलावट मसाला घी मावा तेल यहां तक कि आटे में भी गड़बड़। जी हां बात कर रहे है जिलों की नगरी उदयपुर की जहां केवल जेबभराई के खेल में लगे दुकानदार लोगों को खुले हाथ और बंद आखों से बीमारियां बांट रहे हैं। रोजमर्रा की खान-पान की सामग्री से लेकर कोई भी ऐसा खाद्य पदार्थ नहीं है, जिसमें मिलावट या गड़बड़ सामने नहीं आई हो। हालात ये है कि आखिर एक आमजन खाए भी तो क्या। उदयपुर में मसालों से लेकर दूध, घी, मावा, दूध से बने खाद्य पदार्थ, तेल, अनाज व तैयार खाना सब कुछ `जहर' से कम तो नहीं।
एक बानगी:-
- वर्ष 2021 में कुल 568 नमूने लिए गए, जिनमें से 207 नमूने फैल हुए, वहीं 89 सब स्टेंडर्ड, 28 अनसेफ, 52 मिस ब्रांड व 38 नमूने अन्य गड़बड़ी वाले मिले।- वष 2022 में कुल नमूने, 828 में से 244 नमूने फैल हुए, वहीं 150 नमूने सब स्टेंडर्ड, 20 अनसेफ व 59 में मिसब्रांड रिपोर्ट मिली। 15 अन्य नमूनों में भी गड़बड सामने आई है।
फेक्ट फाइल:वर्ष 2021केटेगरी :- नमूने- फैल- सब स्टैंडर्ड- अनसेफ- मिसब्रांड - अन्यमसाला- 39- 16- 2- 1 - 5- 6
दूध- 51- 25- 7- 2 0- 16घी- 55- 15- 5- 1 7- 2
मावा- 24- 9 9 0 0 0दूध उत्पाद 31 -20 -15 -3 0 2
ऑयल- 100- 28 - 4 0 17 7अनाज- 57- 19- 3- 6- 9- 1
प्रिपेयड फूड 144- 56- 39- 10- 05- 2
कुल - 568- 207- 89- 28- 52- 38
2022 केटेगरी- नमूने- फैल- सब स्टैंडर्ड- अनसेफ- मिसब्रांड – अन्य
मसाला- 67- 11- 0- 1- 6- 4
दूध- 67- 27- 21- 0- 0- 6
घी- 99- 13- 3- 5- 5- 0
मावा- 16- 9- 8- 1- 0- 0
दूध उत्पाद 74- 47- 46- 0- 1- 0
ऑयल- 151 -29 -11 -2 -15 -1
अनाज- 44- 12- 3 -2 -7 -0
प्रिपेयड फूड 147- 49- 41- 5- 3 0-
828- 244- 150- 20- 59- 15
(इसमें कुल नमूने शामिल हैं, जो ऊपर की रिपोर्ट में भी अन्य नमूने दर्ज नहीं है।)
जैसे-जैसे जांच सामने आ रही है, लग रहा है कि मिलावट कम नहीं हुई है, हमारा तो ये ही प्रयास हमेशा रहता है कि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
डॉ रवि सेठी, प्रभारी, टेस्ट लैब उदयपुर-
हम इस बार वृहद अभियान चलाने की तैयारी कर रहे हैं।मिलावटखोरी पर नकेल कसने व उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए हमने सेक्टर सिस्टम तैयार कर लिया है, जल्द ही इसे जारी करेंगे।
डॉ शंकर बामनिया, सीएमएचओ उदयपुर