रोजगार के सवाल पर भाजपा और कांग्रेस में फर्क नहीं :- जाट
हलैना (भरतपुर, राजस्थान/ कौशलेन्द्र दत्तात्रेय) किसान नेता इन्दल सिहं जाट ने कहा कि चाहे कांग्रेस हो या भाजपा दोनों ही किसान और नोजवान विरोधी है ' इन दोनों की नीतिया समान हैं । इनके चलते किसान और नौजवान का भला नहीं हो सकता ।
किसान नेता इन्दल सिंह ने अपने वयान में कहा है कि देश में सबसे ज्यादा अगर दुःखी और आन्दोलित है तो वो है किसान और नोजवान जिनकी आत्म हत्याऐं भी रुकने का नाम नहीं ले रही । जहाँ किसान को उपज की कीमत नहीं मिल रही वहीं नौजवान वेरोजगार घूम रहे है |
उन्होने कहा कि कांग्रेस जहाँ एक और अग्नि पथ योजना का डटकर विरोध कर रही है और इसे नौजवान विरोधी बताकर उनका दुःवारा विश्वास हासिल करना चहाती है वही कांग्रेस को यह भी नहीं भूलना चाहिये कि वो यहाँ सत्ता में रहकर CHA (कोविड स्वास्थ्य सहायको ) और अन्य शिक्षित बेरोजगार नौजवानों पर किस तरह जुल्म और अन्याय कर रही है यह उसकी दोगली नीति को दर्शाति है | उन्होंने कहा कि CHA 87 दिन से हजारों की संख्या में दिन - रात जयपुर में आन्दोलन कर रहे है , लेकिन अभी तक मुख्यमंत्री जी ने उनसे बातचीत तक नहीं की और चाहे CHA हो या अन्य वेरोजगार उनके आन्दोलन और आबाज को दबाने एवं गाँधी बादी विरोध के बाद भी उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजने का काम किया है । cha को जब अन्य राज्यों में वापिस नौकरी दे दी गई है ' तब यहाँ की सरकार यह क्यों नहीं कर सकती । उन्होने कहा कि CHA ने बुरे वक्त पर बगैर शर्त सरकार में नियमानुसार 10 महिने नौकरी की है और बाद में उन्हें हटा कर बेरोजगार कर दिया यह कैसा न्याय है ' सरकार का काम तो रोजगार देना है छीनना कब से हो गया जवकि अभी कोरोना के मामले और बढ़ते जा रहे है । उन्होने कहा कि जहाँ केन्द्र सरकार निजीकरण करके नौकरी और आरक्षण समाप्त करती चली जा रही है जिससे बेरोजगारी और बढेगी । अग्नि पक्ष योजना गलत है खुद नौजवान ही इसका विरोध कर रहे है |
किसान नेता इन्दल सिहं ने कहा कि राज्य के करीब 20- 25 हजार CHA को और वेरोजगार करना क्या उचित है | कोरोना के वक्त राज्य ही नहीं समूचे देश मे स्वास्थ्य सिस्टम की पोल खुल गई थी और उस समय केन्द्र और सभी राज्य सरकारें स्वास्थ्य बजट को बढ़ाकर सुवधाएं बढ़ाने की बात कर रही थी वो आज भूल गई | सभी cha प्रशिक्षित है और वे महज संविदा पर नौकरी चहाते है और स्वयं सरकार भी संविदा कैडर देने की बात कह चुकी है लेकिन वो बातचीत कर रास्ता निकालना नहीं चहाती । सरकार को कई दिनों से भूख हड़ताल कर रहे CHA से बातचीत करके इनकी वापिस नौकरी देने का रास्ता निकालना चाहिये ये हटधर्मी सरकार और पार्टी के हित में नहीं है ।
उन्होनें कहा कि सरकारों को जन भावनाओं का सम्मान करना चाहिये लेकिन दोनों ही सरकारें मनमानी पर उतर आई हैं। जो नौजवान और किसानों की उपेक्षा कर रही है इन दोनों की नीतिया ही रोजगार समाप्त कर वेरोजगारी को और बढा रही है जिससे देश भर के किसान और नौजवान मे गुस्सा हैं। उन्होंने कहा कि नौजवानो के साथ जब राज्य सरकार भी ऐसा व्यवहार करेगी तो फिर कांग्रेस और भाजपा मे क्या फर्क रह जायेगा ।