मंत्री जाहिदा खांन के क्षेत्र हजारों बीघा भूमि जलमग्न, 14 गांवो में बने बाढ जैसे हालात: सरकार द्वारा लगाऐ गये पम्प सैट बने शोपीस, किसान पलायन को मजबूर
कामां (भरतपुर, राजस्थान) लगातार भारी वारिश व क्षेत्र में गुंडगावां कैनाल के रिसाव व अवैध रुप से चल प्रेशर पाईप की वजह से दर्जनों गांव नौनेरा, चाहरा, भोंगरा, लोहागढ, बम्बारी, सहेडा, पथवारी, नगला कुंदन, ऐंचवाडा आदि गांव बाढ जैसे हालातों की चपेट में आ गये। क्षेत्र में बाढ जैसे हालात होने से जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सबसे ज्यादा नुकसान किसानों को हो रहा है। लेकिन साशन प्रसासन कुभकर्णीय नींद सोये हुआ है।
कुछ दिन पूर्व नगला दांदू व क्षेत्र के लोगों द्वारा समस्या को लेकर भूख हड़ताल भी की गई थी । जिसे एसडीएम के आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया था। लेकिन अभी तक समस्या का कोई समाधान न हो सका। जलमग्न होने से क्षेत्र के सैकडो परिवार गावों से पलायन कर चुके है।
किसानों और क्षेत्रवासियों को जलभराव की समस्या का समाधान निजात मिल सके उसके लिए सोमवार को भी मंत्री जाहिदा खान ने कार्यकर्ताओं और अधिकारीयों से जलभराव क्षेत्रों का फिडबैक लिया। एवं सम्बन्धित अधिकारीयों को समाधान हेतु निर्देश दिये।
आज राज्यमंत्री जाहिदा खान ने जलभराव का लिया जायजा
कामां में पिछले कई दिनों से हो रही बरसात व गुडगावां कैनाल के रिसाव से दो ग्राम पंचायतों के 14 गांव में बाढ़ के हालत बने हुए है। जिनके पानी निकासी के लिए प्रशासन गंभीर दिखाई नही दे रहा है। हालांकि जल भराव से प्रभावित गांवों का जायजा लेने राज्यमंत्री जाहिदा खान पहुंची। जहां पर जल भराव निकासी के लिए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। कामां क्षेत्र की ग्राम” पंचायत नौनेरा व सहेड़ा के गांव नौनेरा लोहागढ़, किरावता, पथवारी, सहेड़ा, भौगरा,चाहरा, नगला दांदू सहित चौदह गांवों में अति बरसात व गुडगावां कैनाल के रिसाव से करीब बारह सौ बीघा कृषि भूमि पर जलभराव बना हुआ है। कई गांवों की आबादी क्षेत्र में पानी ग्रामीणों के घरों तक पहुंच गया है।
इस पानी निकासी के लिए गत वर्ष सामाजिक कार्यकर्ता बिजय मिश्रा की जनहित याचिका के बाद प्रशासन ने श्यामाप्रसाद मुखर्जी योजना के तहत 66 लाख रुपए स्वीकृत करते हुए 6 पंप हाऊस पानी निकासी के लिए लगाए गए थे। लेकिन इन पंप हाउसों के लगने के साथ ही ठेकेदार ने इन पंप हाउसों को ना तो ग्राम पंचायतों को हवाले किया ना ही स्वयं के द्वारा जिम्मेदारी बरती गई। जिसके चलते पंप हाउसों से मोटरे चोरी हो गई। जिसके कारण पंप हाऊस नही चल पा रहे है। जिस कारण जल भराव की निकासी नहीं हो पा रही है और राज्यमंत्री जाहिदा खान गांवों को जायजा लेकर प्रशासन से तुरंत प्रभाव से पानी निकासी की बात कह रही है। जबकि ग्रामीण वर्षों से चली आ रही जलभराव की इस समस्या से जूझ रहे है।
भोंगरा निवासी डालचंद गडासिया ने बताया की जलभराव व डूब क्षेत्र के लोंगों द्वारा कई बार ज्ञापन दिये धरना प्रदर्शन किये यहां तक भूख हडताल भी की लेकिन आश्वासन व निराशा के अलावा किसानों को कुछ नहीं मिल सका। जिसकी वजह से क्षेत्रवासियों में सरकार के खिलाफ काफी नाराजगी है। अब बस ये देखना बाकि है की जलभराव की समस्या का कोई उचित समाधान होगा भी या कागज पूर्ति कर इति श्री कर दी जाऐगी