बेरोजगार पशु चिकित्सको ने किया सद्बुद्धि यज्ञ 11वें दिन भी धरना जारी
प्रदेश में पशु चिकित्सक झेल रहे हैं बेरोजगारी का दंश - चौधरी
उदयपुर (राजस्थान/ मुकेश मेनारिया) प्रदेश में पशुपालन विभाग में पशु चिकित्सा अधिकारी के 60 फ़ीसदी से अधिक रिक्त पदों के चलते पशु अस्पतालों में पशुधन के उपचार व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है तथा अरसे पर रिक्त पदों को भरने के मुद्दे को लेकर बेरोजगार पशु चिकित्सक संगठन के बैनर तले चिकित्सको का 11 वे दिन भी धरना जारी है। पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय नवानिया वल्लभनगर के छात्रसंघ अध्यक्ष एवं बेरोजगार पशु चिकित्सक संघर्ष समिति के सदस्य डॉ.विकेंद्र चौधरी ने बताया कि आरपीएससी के द्वारा 2019 के अंदर पशु चिकित्सा अधिकारी भर्ती के विज्ञापन जारी किया गया था तथा उसकी परीक्षा 2 अगस्त 2020 को संपन्न कराई गई थी और इसका परिणाम भी जारी कर दिया गया है लेकिन इसके बावजूद भी पशु चिकित्सा अधिकारी भर्ती के साक्षात्कार प्रारंभ नहीं किए गए हैं इसके तहत सभी बेरोजगार पशु चिकित्सक ने 11 दिन से धरना पर बैठे हुए हैं और उनका कहना है कि पशुपालन विभाग में 60% से ज्यादा पशु चिकित्सकों के पद खाली है तथा सरकार जल्दी से पशु शिक्षा अधिकारी भर्ती की इंटरव्यू की डेट घोषित कर दिया भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कराएं जिससे गरीब किसान के जो उनकी आमदनी का मुख्य स्रोत पशुपालन है पशुओं में समय से टीकाकरण और उनका इलाज हो सके तथा जो डिग्रीधारी पशु चिकित्सक बेरोजगारी का दंश झेल रहे है उन्हें भी रोजगार प्राप्त हो सके और इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी व मंत्री लालचंद कटारिया जी को सद्बुद्धि मिले इसके लिए सद्बुद्धि यज्ञ हवन का आयोजन भी किया गया तथा सभी बेरोजगार पशु चिकित्सकों ने अपने खून के लेटर लिखकर कृषि मंत्री लालचंद कटारिया मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आव्हान किया कि जल्दी से यह भर्ती पूर्ण कर पशु चिकित्सा को राहत प्रदान करें और उन्होंने बताया कि जब तक भर्ती का इंटरव्यू डेट घोषित नहीं होती तब तक अनिश्चितकालीन से चलता रहेगा!